हयातपुर के कार्तिक हॉस्पिटल और ट्रामा सेंटर पर स्वास्थ्य विभाग का छापा, अस्पताल मालिक व दो डॉक्टर भ्रूण लिंग जांच करते रंगेहाथ गिरफ्तार

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गुरुग्राम। कन्या भ्रूण लिंग जांच पर अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा नियमित रूप से कार्रवाई की जा रही है । जिला उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने एक टीम का गठन कर हयातपुर में चल रहे कार्तिक हॉस्पिटल और ट्रामा सेंटर पर स्वास्थ्य विभाग रेड क्रॉस और ड्रग कंट्रोल अधिकारी को भेजा टीम ने 24 घंटे की मशक्कत के बाद कार्तिक हॉस्पिटल पर छापा मारा और रंगे हाथों डॉक्टर पिंकी कार्तिक हॉस्पिटल के मालिक कपिल और रेवाड़ी से कार्तिक हॉस्पिटल में काम करने वाले डॉक्टर संदीप को पकड़ा ।

इस अवसर पर जिला उपायुक्त ने नायब तहसीलदार ईश्वर सिंह मलिक को बतौर ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया था। टीम में शामिल डिप्टी सिविल सर्जन शुरू शर्मा, सचिव श्याम सुंदर सीनियर ड्रग कंट्रोल ऑफिसर , सुनील कुमार क्राइम ब्रांच की टीम भी शामिल थी।

टीम में शामिल अधिकारियों ने कार्तिक हॉस्पिटल के मालिक से उनकी पॉकेट में 45000 रु बरामद किया जो उन्होंने गर्भपात करने के लिए लिया था। यह पहला मामला है जब इतनी मोटी रकम गर्भपात के लिए ली गई हो। टीम इस बात की भी जानकारी प्राप्त कर रही है कि गर्भपात करवाने के लिए महिला कहां से आई। इसके लिए कुछ और हॉस्पिटल का भी पता चला है जहां से इस महिला को भेजा गया ।

जिला उपायुक्त विनय प्रताप सिंह द्वारा नियुक्त किए गए ड्यूटी मजिस्ट्रेट ईश्वर मलिक भी मौके पर मौजूद थे। मौके पर पुलिस को बुलाया गया है जो आगे की कार्यवाही कर रही है।

आज की छापेमारी से पता चलता है कि गुरुग्राम जिले में बेटे की चाहत रखने वाले लोग थोड़े से पैसे के खातिर किस प्रकार से गर्भ में ही बच्चों को चेक करवाते हैं और फिर उन्हें मरवाते हैं। इसी पर अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन ने कमर कसी है और एक के बाद एक हॉस्पिटल पर छापा मारकर उन लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है। उन लर शिकंजा कसा जा रहा है जो प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से कन्या भ्रूण लिंग जांच में शामिल है और गर्भपात करवाते हैं। डॉक्टर पिंकी के बैग से वह दवा भी प्राप्त कर ली गई है जो बच्चों को गर्भ में ही खत्म करने के लिए इस्तेमाल की जाती है

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