निगम के काम काज की समीक्षा करने पहुंचे रॉव नरबीर, अतिक्रमण हटाने का दिया निर्देश

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– अधिकारियों ने रखी लोक निर्माण मंत्री के समक्ष विकास कार्यों की सूचि
–    विकास कार्यों में तेजी लाने के संबंधित अधिकारियों को दिए निर्देश
–    तय समयसीमा में गुणवत्तापूर्ण विकास कार्य पूरे करवाएं अधिकारी
–    अतिक्रमण हटाने के लिए तेज करें कार्रवाई

गुरूग्राम, 26 मार्च। हरियाणा के लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह ने आज नगर निगम गुरूग्राम के सैक्टर-34 स्थित कार्यालय में पहुंचकर नगर निगम द्वारा करवाए जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा की तथा अधिकारियों को विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
    यहां आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए लोक निर्माण मंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि विकास कार्यों के लिए जो समयसीमा निर्धारित की जाती है, उसी के तहत कार्य को पूरा करवाएं तथा गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि जो एजेंसी या ठेकेदार तय समयसीमा में कार्य पूरा नहीं करता है, तो उस पर पैनल्टी लगाई जाए। छोटे विकास कार्यों की समयसीमा 6 माह रखें तथा अगर किसी कार्य में अतिक्रमण बाधक है, तो पहले अतिक्रमण हटाएं और उसके बाद ही कार्य अलॉट करें। उन्होंने कहा कि समय कम से कम लगाएं तथा कार्य ज्यादा करें। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि लोगों की समस्याएं स्वयं महसूस करें और यह सोचें कि अगर आपको ऐसे स्थानों पर रहना पड़ जाए, जहां समस्याएं हैं, तो क्या होगा। मन लगाकर कार्य करें तथा जनता की समस्याओं का समाधान तत्परता से करवाएं। उन्होंने कहा कि जो कार्य काफी दिनों से लंबित हैं, उन्हें अगले 4-5 माह में पूरा किया जाए तथा अगर कार्य पूरा नहीं होता है, तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
    लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि शहर के एक एकड़ या उससे अधिक बड़े पार्कों में छोटे-छोटे सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट लगाएं, ताकि पानी की कमी के कारण कोई भी पार्क सूखे ना। यह कार्य उन्होंने जल्द से जल्द करने के निर्देश दिए। इस पर अधिकारियों ने बताया कि कई पार्कों में स्थानीय नागरिकों द्वारा एसटीपी लगाने के लिए मना किया जाता है कि एसटीपी लगने से पार्क में बदबू होगी। इस पर लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि जिन पार्कों में एसटीपी लगाए गए हैं, वो लोगों को दिखाएं और बताएं कि किसी प्रकार की बदबू नहीं आएगी।
    अनियमित कॉलोनियों के नियमितीकरण के बारे में समीक्षा के दौरान बताया गया कि नगर निगम द्वारा 47 कॉलोनियों का प्रस्ताव तैयार करके सरकार के पास नियमितीकरण के लिए भेजा गया था, जिनमें से 15 कॉलोनियों के नियमितीकरण पर मोहर लगी है तथा शेष 32 कॉलोनियों के प्रस्ताव में कुछ ऑब्जरवेशन हैं। इस पर लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि अधिकारी स्वयं मौका-मुआयना करके सही एवं सटीक रिपोर्ट सरकार के पास भेजें, ताकि सही निर्णय हो। उन्होंने उदाहरण दिया कि हंस इनकलेव कॉलोनी सबसे पुरानी है और अभी तक नियमित नहीं हो पाई है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि नगर निगम सीमा के भीतर जितने भी शमशान घाट हैं, उनके रास्तों को पक्का करने, चारदीवारी और शैड का निर्माण तथा पानी की व्यवस्था करवाएं। उन्होंने कहा कि गुरूग्राम में बनने वाले टावर ऑफ जस्टिस के निर्माण के पूरा हो जाने के बाद उस क्षेत्र में यातायात जाम की समस्या बन सकती है, क्योंकि लघु सचिवालय सहित अन्य सरकारी कार्यालयों में लोगों की आवाजाही अधिक रहती है, इसलिए अधिकारी कोई ऐसा समाधान निकालें कि किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े। उन्होंने अधिकारियों को मुख्य सडक़ों, फुटपाथों, बाजारों, चौक-चौराहों पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। 
    बैठक में नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त यशपाल यादव ने बताया कि नगर निगम सीमा में स्थित सभी वाटर बॉडीज को रिवाईव करने की योजना तैयार की गई है, ताकि बरसात के दौरान पानी का संचय और हारवैस्ट किया जा सके। इस बारे में संबंधित अधिकारियों को मास्टर प्लान तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही सीवरेज सफाई का रोड़मैप भी तैयार किया जा रहा है। नगर निगम का लक्ष्य है कि बरसात से पहले शत-प्रतिशत सीवरेज सफाई का कार्य पूरा किया जाए। उन्होंने बताया कि सीवरेज सबसे बड़ी समस्या है और इसका समाधान स्थानीय स्तर पर ही हो सकता है। इसके लिए छोटे-छोटे एसटीपी लगाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। विकास कार्यों के बारे में उन्होंने कहा कि अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे योजनागत तरीके से कार्य करवाएं। अगर कहीं पर सडक़ बनाने के साथ सीवरेज और पानी की लाईनें डाली जानी हंै, तो पहले सीवरेज और पेयजल लाईनें डालें और उसके बाद सडक़ निर्माण का कार्य शुरू करें। उन्होंने लोक निर्माण मंत्री को बताया कि सीएंडडी वेस्ट मैनेजमैंट प्लांट अगले 5-6 माह में शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट का कार्य करने वाली कंपनी को भी निर्धारित समयसीमा में कार्य पूरा करने के लिए कहा गया है। बैठक में यह भी बताया गया कि दौलताबाद फ्लाईओवर का कार्य शुरू हो चुका है। इसके अलावा, मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार गांव वजीराबाद में बनने वाले खेल स्टेडियम के लिए हुडा से जमीन ट्रांसफर की स्वीकृति मिल चुकी है तथा जल्द ही जमीन टेकओवर की जाएगी। उन्होंने लोक निर्माण मंत्री को बताया कि गुरू द्रोणाचार्य की मूर्ति की स्थापना के लिए तीन स्थानों का सुझाव मिला है। इनमें लघु सचिवालय, द्रोणाचार्य राजकीय महाविद्यालय तथा शीतला माता मंदिर शामिल हैं। 
    बैठक में यह भी बताया गया कि धनवापुर में सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है तथा यह 30 अप्रैल तक शुरू होने की संभावना है। इसके साथ ही बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र में किए जा रहे विकास कार्यों, विकास कार्यों के लिए तैयार किए गए एस्टीमेट तथा जो कार्य पाईपलाईन में हैं, उनके बारे में समीक्षा की गई। नगर निगम के आईटी मैनेजर विनोद ने एक प्रैजेंटेशन के माध्यम से कार्यों के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाई। 
    बैठक में नगर निगम आयुक्त यशपाल यादव, संयुक्त निगमायुक्त मुकेश कुमार, अनु एवं डा. गौरव अंतिल, एडीशनल म्यूनिसिपल कमिशनर वाई एस गुप्ता, चीफ इंजीनियर एनडी वशिष्ठ, चीफ टाऊन प्लानर अरके सिंह, सीनियर टाऊन प्लानर सुधीर चौहान सहित सभी कार्यकारी अभियंता उपस्थित थे।

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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