लक्सरी गाड़ियों पर करते हैं हाथ साफ
ट्रायल के लिए मांगते हैं गाड़ियां और हो जाते हैं चम्पत
ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट से डिटेल लेकर करते हैं संपर्क
नई और पुरानी दोनो गाड़ियों पर साधते हैं निशाना
गुरुग्राम । सायबर सिटी में ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट एवं सोशल साइट्स के माध्यम से वाहनों की खरीददारी के नाम पर धोखे से वाहन ले कर भागने की कई घटनाएं प्रकाश में आईं हैं। गाड़ी खरीद के लिए ट्रायल के नाम पर लक्सरी गाड़ियां ले भागते हैं। पुलिस की माने तो पिछले 15 दिनों में शहर के कई पॉश इलाके से आधा दर्जन से अधिक नए व पुराने लक्सरी वाहनों पर शातिर गिरोह हाथ साफ कर चुके हैं । कई पुलिस थाने में मामले दर्ज किये गए हैं ।
अब तक मेवात में अक्सर ऐसा सुनने को मिलता रहा है कि ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट के माध्यम से वाहनों की खरीद करने आने वालों को धोखे से बुला कर लूट लिया जाता है। अब गुरुग्राम में इसका उलट देखने को मिलने लगा है। गुरुग्राम पुलिस के पीआरओ रविन्द्र कुमार ने बताया कि पिछले 15 दिनों में कुछ ऐसे मामले सामने आए जिनमें ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट या फिर सोशल साइट के माध्यम से अपने वाहनों को बेचने के लिए डिस्प्ले करने वालों के साथ धोखाधड़ी हो रही है। इसमें कुछ अपराधी ऐसे वाहन मालिकों से वाहन खरीदने के लिए फोन पर बात कर उनके घर या आफिस पर पहुँच जाते हैं। उनसे गाड़ी खरीदने के लिए वे ट्रायल करने की मांग करते हैं। लोग इसके लिए आसानी से तैयार हो जाते हैं। और ट्रायल के लिए वे लोग थोड़े समय में वापस आने की बात करते गाड़ी लेकर दूर निकलते हैं और फिर उक्त वाहन सहित चम्पत हो जाते हैं।
उनके अनुसार धोखे से वहां लेकर गायब होने की इस प्रकार की कई घटनाएं सुशांत लोक , डीएलएफ, सेक्टर 5 एवं सेक्टर 14 थाना क्षेत्र में हो चुकी हैं। ऐसे अपराधियों की नजर अकसर हौंडा सिटी , एक्स युवी 500 जैसी लक्ज़री गाड़ियों पर होती है। इसी प्रकार की एक घटना सेक्टर 14 में भी देखने को मिली है।
बताया जाता है कि एक वहां एक एजेंसी में कुछ लोग गाड़ी खरीदने आये और गाड़ी की ट्रायल करने की बात की। एजेंसी के लोगों ने सामान्य प्रक्रिया समझ कर ट्रायल की अनुमति दे दी। वह व्यक्ति गाड़ी लेकर निकाला और फिर कभी वापस नही आया। एजेंसी के लोग इंतजार करते राह गए। अंततः उन्हें महसूस हुआ कि उनके साथ धोखा हो गया है। उन्होंने पुलिस से शिकायत की और मामला दर्ज करवाया। पुलिस का मानना है कि पिछले 15 से 20 दिनों में इस प्रकार के कई वारदातों को अपराधी अंजाम दे चुके हैं।
रविन्द्र कुमार ने लोगों को सलाह दी है कि वे ट्रायल के लिए उनके साथ बैठे। किसी अपरिचित व्यक्ति को वाहन ट्रायल की अनुमति नहीं दें।