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शंकर शर्मा/संवाददाता
गुरुग्राम, 12 जनवरी। जिला उद्यान व कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी किसानों तक पहुंचाने के उद्देश्य से आज गुरुग्राम के लघु सचिवालय में कार्यशाला का आयोजन किया गया। गुरुग्राम के उपायुक्त विनय प्रताप सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यशाला में किसानों को विभागीय योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
किसानों को कार्यशाला में मुख्य रूप से भावान्तर भरपाई योजना के बारे में बताया गया ताकि वे भविष्य में इस योजना का लाभ उठा सकें। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप दहिया ,बागवानी विभाग के उप-निदेशक सहित बागवानी, कृषि तथा कृषि विपणन बोर्ड के अधिकारियों तथा विभागीया अधिकारियों व किसानों ने भाग लिया। आज आयोजित इस कार्यशाला में जिलें के करीब 200 किसानों नें भाग लिया।
इस अवसर पर जिला उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि भावान्तर भरपाई योजना के तहत सरंक्षित मूल्य से कम भाव मिलने पर उसकी भरपाई सरकार द्वारा की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसकी जानकारी अधिक से अधिक किसानों को होनी अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का प्रयास है कि जिला के अधिक से अधिक किसानों को इससे जोड़ा जा सके ताकि लोग इस योजना का भविष्य में लाभ प्राप्त कर सके।
जिला उद्यान अधिकारी दीन महौम्मद ने बताया कि जिला में भावान्तर भरपाई योजना के तहत पंजीकरण का कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होने इस अवसर पर योजना के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया के बारे में बताया और कहा कि अगले वर्ष गोभी तथा आलू के अलावा कुछ और बागवानी फसलें भी सरकार इस योजना में शामिल करने जा रही है। इस योजना में पटटे पर भूमि लेकर खेती करने वाले किसान भी लाभांवित होगें। इस योजना के अंतर्गत टमाटर के लिए 140 क्विंटल प्रति एकड़ 400 रू0 प्रति क्विंटल की दर से तथा प्याज के लिए 100 क्विंटल प्रति एकड 500 रू0 प्रति क्विंटल की दर से सरंक्षित मूल्य निर्धारित किया गया है।
इसके अलावा उपमण्डल कृषि अधिकारी श्री अनिल कुमार ने किसानों को परंपरागत कृषि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यशाला में उपस्थित श्रीमति रजनी कटारिया ने फसल बीमा योजना के बारे में किसानों को विस्तार से बताया। इसके साथ ही किसानों को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना पर भी महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। अतिरिक्त उपायुक्त ने भी इन योजनाओं का लाभ बढ़चढ़ कर उठाने का आह्वान किसानों से किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे किसान हित में लागू की गई इन योजनाओं को नियमानुसार लागू करें। कैंप में किसानों ने योजनाओं को लेकर अपने संशयों को दूर करते हुए इन योजनाओं की पूर्ण जानकारी हासिल की।