विधानसभा में गूँजा मेवात केनल का मुद्दा

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विधायक ज़ाकिर हुसैन ने तथ्यों के साथ विधानसभा-सत्र में सरकार को घेरा

बिजाई के समय गुड़गाँव कैनाल में पानी ना छोड़ना किसानों के साथ दुर्व्यवहार : ज़ाकिर हुसैन 

यूनुस अलवी

 
मेवात:    नूंह से इनेलो विधायक चौधरी ज़ाकिर हुसैन ने एक बार फिर विधानसभा में मानसून-सत्र के दौरान मेवात फीडर कैनाल के महत्वपूर्ण मुद्दे पर सरकार को घेरा। हुसैन ने विधानसभा में सरकार से प्रश्न पूछते हुए कहा कि मेवात फीडर कैनाल का निर्माण कार्य कब तक शुरू हो जाएगा तथा इससे कौन-कौन से जिले और कितना क्षेत्र इससे लाभान्वित होगा। विधायक चौधरी ज़ाकिर हुसैन के सवाल का जवाब देते हुए सिँचाई मंत्री श्री ओ पी धनखड़ ने कहा कि मेवात फीडर कैनाल की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट का मूल्यांकन केन्द्रीय जल बोर्ड में चल रहा है। लेकिन उससे पहले मेवात क्षेत्र में नहर की बजाय 109 किलोमीटर लंबी पाईप लाईन से सिँचाई योग्य पानी पंहुचाया जाएगा। सिँचाई मंत्री ने कहा कि सरकार मेवात क्षेत्र में 300 क्यूसिक क्षमता वाली पाईप लाईन बिछाने पर विचार कर रही है। इस परियोजना की व्यावहारिकता की जाँच भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थान (आई आई टी) नई दिल्ली द्वारा कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से नूँह व पलवल जिले में खरीफ के 20,965 हैक्टेयर तथा रबी के 26,302 हैक्टेयर क्षेत्र को फायदा मिलेगा।
 
  इस पर विधायक चौधरी ज़ाकिर हुसैन ने कहा कि मेवात विकास बोर्ड की बैठक तथा मार्च के विधानसभा-सत्र में खुद मुख्यमंत्री ने मेवात फीडर कैनाल बनाने की बात कहीं थी और बोर्ड की कार्यवाही में यह तथ्य दर्ज हैं। तथा सितंबर 2015 में सिँचाई मंत्री जी ने भी कहा था कि मेवात फीडर कैनाल का निर्माण किया जाएगा, लेकिन अब विधानसभा में सरकार इसकी व्यावहारिकता पर ही सवाल खड़े कर रही है। 
    ज़ाकिर हुसैन ने गुड़गाँव कैनाल के तथ्यों को रखते हुए बताया कि इसका निर्माण उनके दादा जी मरहूम चौ0 मौ0 यासीन खाँ के प्रयासों से 20 अक्तूबर 1961 को हुआ था तथा तब गुड़गाँव- नूँह, फरीदाबाद व पलवल जिले के लिए इस नहर का 700 क्यूसिक  पानी का हिस्सा तय किया गया था। 13 जून 1994 को जब मैं विधायक था यमुना नदी के औखला, ताजेवाला से 600 क्यूसिक पानी गुड़गाँव कैनाल में छोड़ा गया, लेकिन पिछले 15 साल से यह हिस्सा गुड़गाँव कैनाल को नहीं मिल रहा है। यमुना से जो पानी गुड़गाँव कैनाल में केवल 352 क्यूसिक छोड़ा जाता है, जो दो से तीन किलोमीटर क्षेत्र में ही रह जाता है तथा मेवात क्षेत्र तक नहीं पंहुच पाता। फिलहाल गुड़गाँव कैनाल में जो पानी आ रहा है, वह ऐसा भी नहीं है कि उसे शोधित कर सिँचाई  के काम में लिया जा सके। हुसैन ने कहा कि आज मेवातवासी इस जहर रूपी पानी से अपने खेतों की सिँचाई कर रहे हैं, जिससे जमीन तो खराब हो ही रही है साथ ही साथ लोगों व पशुओं में कैंसर जैसी घातक बीमारियाँ बड़ी मात्रा में जन्म ले रही हैं। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द इस परियोजना का निर्माण होना चाहिए जिससे जिला नूँह, पलवल व गुड़गाँव जिले के किसानों को पानी मिल सके। हुसैन ने कहा कि सरकार ने जल्द से जल्द इस परियोजना पर कार्य शुरू नहीं किया तो इंडियन नेशनल लोकदल खेलरत्न चौ0 अभय सिंह चौटाला के नेतृत्व में आंदोलन करेगी।
विधायक चौधरी ज़ाकिर हुसैन द्वारा रखे गए तथ्यों पर कृषि मंत्री ने माना कि गुड़गाँव कैनाल में जो पानी आता है वह दिल्ली के सीवरों की गंदगी का है। इससे यमुना से छोड़ा गया पानी भी गंदा हो जाता है। हरियाणा सरकार हर हाल में मेवात क्षेत्र के किसानों को पानी उपलब्ध कराएगी। मुख्यमंत्री ने सदन को आश्वस्त किया कि 109 किलोमीटर लंबी पाईप लाईन जो लगभग 1800 करोड़  रूपये से बिछेगी, जैसे ही इस परियोजना की व्यावहारिकता रिपोर्ट आई आई टी दिल्ली से पूरी हो जाएगी तुरंत इस पर कार्य शुरू कर दिया जाएगा, जिससे मेवात क्षेत्र में पानी की कमी ना रहेगी।
     मेवात फीडर कैनाल की माँग के अलावा नूँह से इनेलो विधायक चौधरी ज़ाकिर हुसैन ने मेवात में बिजाई के समय सिँचाईं का पानी बंद होने पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव भी दिया। उन्होंने कहा कि  गुड़गाँव कैनाल मेवात क्षेत्र के किसानों के लिए जीवन-रेखा है, इसके द्वारा जिला नूँह, जिला पलवल तथा जिला गुड़गाँव आदि के किसानों को सिँचाई के लिए पानी मिलता है तथा यह पानी आगरा कैनाल से गुड़गाँव कैनाल में आता है। आगरा कैनाल पर यूपी सरकार का नियंत्रण है तथा हरियाणा के किसानों को सिँचाई के लिए यूपी सरकार के रहमो करम पर रहना पड़ता है, वह हरियाणा को मनमर्जी पानी देते हैं। आज दुख की बात है कि यूपी सरकार ने आगरा कैनाल को एक महीने के लिए बंद कर दिया है। इस समय किसानों का गेंहू और सरसों की बिजाई का भी समय है तथा उन्हें पानी की अत्यधिक आवश्यकता है। पानी के ना मिलने से किसानों में हाहाकार मच हुई है। यदि किसानों को इस समय पानी नहीं मिला तो बहुत से क्षेत्र में सिँचाई नहीं हो पाएगी। हरियाणा सरकार इस समय का तुरंत हल निकाले। सिवाए बारिश के मौसम के किसानों को पानी के नाम पर दिल्ली व फरीदाबाद के सीवर व उद्योगों का जहरीला पानी मिल रहा है। आगरा कैनाल के बंद हो जाने से किसानों में भारी रोष व्याप्त है। उन्होंने माँग की कि सरकार जल्द से जल्द मेवात क्षेत्र को सिँचाई का पानी मुहैया कराए जिससे किसान बिजाई का कार्य कर सकें तथा भविष्य में भी बिजाई के समय सिँचाई का पानी का स्थाई प्रबंध किया जाए।
  विधायक चौधरी ज़ाकिर हुसैन ने नूँह कस्बे में सेक्टरों का निर्माण करने की माँग को भी जोर शोर से उठाया। उन्होंने कहा कि नूँह कस्बा काफी पुराना बसा हुआ है। सरकार ने काफी वर्षों पहले सैक्टरों के निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहित की थी, लेकिन अब सरकार द्वारा किसानों से पैसा वापिस माँगा जा रहा है जो कि गलत है। अत: सरकार जल्द से जल्द नूँह में सेक्टरों का निर्माण करे।
विधानसभा में गूँजा मेवात केनल का मुद्दा 2

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