हरियाणा के दस जिलों में हाई-टेक सीएचसी

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चण्डीगढ़, 1 अक्टूबर :  हरियाणा में वर्ष 2017-18 के दौरान पहले चरण में राज्य के दस जिलों में खंड व जिला मुख्यालय पर हाई-टेक,उच्च उत्पादक उपकरण हब, जो कस्टम हायरिंग सेंटर (सीएचसी)के रुप में कार्य करेंगें, को स्थापित किया जाएगा। 

इस संबंध में जानकारी देते हुए कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के प्रधान सचिव डा. अभिलक्ष लिखी ने  बताया कि यह सेंटरराज्य के करनाल, कैथल, जींद, कुरूक्षेत्र, फतेहाबाद, सोनीपत, सिरसा, अंबाला, यमुनानगर और पानीपत में स्थापित किए जाएंगें।उन्होंने बताया कि इस प्रकार के सेंटर स्थापित करने के लिए इच्छुक आवेदकों को विभाग की वेबसाइट परwww.agriharyana.gov.in अपना आवेदन आनलाईन भेजना होगा। 

उन्होंने बताया कि चयनित लाभार्थी उनके दिए स्थान पर हाई-टेक, उच्च उत्पादक उपकरण हब, जो कस्टम हायरिंग सेंटर(सीएचसी) स्थापित कर करेगा और कृषि उपकरणों को रखेगा, जिनमें हैप्पी सिडर, लेजर लैंड लैवलर, रिवर्सिवल प्लो, स्ट्रा वेलर, स्ट्राचौपर, हैडफीड कम्बाईनड हारवेस्टर, कम्बाईनड हारवेस्टर, रोटावेटर, मल्चर, टै्रक्टर ( 40 से 70 एचपी), मोबाईल ग्रेन ड्रायर औरमोबाइल सीटर प्रोसैस्सर शामिल हैं। 

            प्रधान सचिव ने बताया कि आवेदकों को उपरोक्त उपकरणों पर ही सब्सिडी दी जाएगी। इसके अलावा, चयननित आवेदक यालाभार्थी स्वयं भी कोई अन्य कृषि उपकरण रख सकते हैं। उन्होंने बताया कि आवेदक उद्यमी सहित निर्माता भी हब स्थापित करने केलिए पात्र होगा और सक्षत प्राधिकरण के अंतर्गत सही प्रकार से पंजीकृत होना चाहिए। उन्होंने बताया कि इच्छुक आवेदक की पिछलेतीन वित्त सालों में हरियाणा के अंदर न्यूनतम दो करोड़ रुपए की औसत वार्षिक टर्नओवर होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि उन आवेदकोंको ही वरियता दी जाएगी जो ज्यादा संख्या में स्ट्रा प्रबंधन मशीनों को रखने की इच्छा जताएगा और इसके अलावा कृषि उपकरण भीरखेगा। आवेदक किसी भी राज्य में वर्तमान में ब्लैक लिस्ट नहीं होना चाहिए और यदि वह कभी ब्लैक सिस्ट किया गया है तोसाक्षात्कार के समय उसे अपनी पूरी जानकारी देनी होगी। 

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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