Font Size
बर्मा के पीडित लोगों के साथ उनकी सहानुभूति तो है लेकिन हल्फनामा भारत का अंदरूनी मामला है: चीफ इमाम
देश की सुरक्षा के मद्दे नजर भारत ने जो फैंसला लिया है वह राष्ट्रहित में हैं: चीफ इमाम
अलवी
नूंह/मेवात: भारत सरकार द्वारा रोहिंग्या के मुसलमानों को भारत से निकाले जाने को लेकर सुप्रिम कोर्ट में दायर किये गऐ हल्फनामे पर ऑल इंडिया इमाम ओर्गेनाईजेशन के राष्ट्रीय सदर चीफ इमाम डाक्टर उमेर अहमद इलयासी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुऐ कहा कि भारत सरकार का ये अंदरूनी मामला है। भारत ने जो फैंसला लिया है वे देश की सुरक्षा को देखते हुऐ लिया है। उन्होने कहा कि भारत सरकार को रोहिंग्या के कुछ मुसलमानों पर आतंकवादियों से संबंध होने की जानकारी मिली है। उन्होने ये विचार सोमवार को नूंह स्थ्ति हमारे कार्यालय में बातचीत करते हुऐ व्यक्त किऐ। छिरकलौत पाल के चौधरी और पूर्व मुख्य संसदीय सचिव जलेब खां के परिवार को सांत्वना देने के लिए उनके पेत्रिक गांव कोट जाते समय चीफ इमाम कुछ समय के लिए नूंह में रूके थे।
चीफ इमाम डाक्टर उमेर इलयासी ने कहा कि बर्मा में इंसानियत का कत्ल हो रहा है जिसे किसी भी कीमत पर बरदास्त नहीं किया जा सकता है। उन्होने बताया कि हाल ही में यूनाईटिड नेशन की पीस कमेठी की हाल ही में होलैंड में दुनिया भर के धार्मिक और राजनेताओं की बेठक आयोजित की गई थी। जिसमें उन्होने भी भाग लिया था। पीस कमेठी ने फैंसला लिया है कि बर्मा में जाकर हालात का जायजा लिया जाऐगा और उनकी पूरी सहायता की जाऐगी।
चीफ इमाम ने कहा कि भारत सभी धर्मो को सम्मान करने वाला महान देश है। भारत ने सबसे पइइले पारसी, मुगलल, अग्रेज सभी को पनाह दी है। लेकिन अब हालात नाजुक हैं और कुछ रोहिंग्या मुसलमानों पर आतंकवादियों से संबंध होने की जानकारी मिली है। इस लिए देश की सुरक्षा के मद्दे नजर भारत ने जो फैंसला लिया है वह राष्ट्रहित में हैं। वहीं उन्होने दुनिया के देशों से आहवान करते हुऐ कहा कि प्रमाणु हथियारों को नष्ट कर देना चाहिऐ और तीसरा विश्व युद्ध हुआ तो दुनिया तबाह व बरबाद हो जाऐगी।