हिंसा कर रहे डेरा के समर्थकों को पीठ में मारी गईं गोलियां !

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हिंसा कर रहे डेरा के समर्थकों को पीठ में मारी गईं गोलियां ! 2चंडीगढ़ , 29 अगस्त :  25 अगस्त को डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को रेप केस में दोषी करार दिए जाने के बाद भड़की हिंसा में 38 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. मृतकों के शव के पोस्टमार्टम के दौरान इंसास और एसएलआर रायफल से चली बुलेट निकली हैं. ये गोलियां उनके पीठ, सिर और सीने पर मारी गई हैं. पंचकूला सिविल अस्पताल बरामद बुलेट को फोरेंसिक जांच के लिए मधुबन लैब भेजेगा. इंसास रायफल अर्धसैनिक बल और एसएलआर हरियाणा पुलिस इस्तेमाल करती है.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, पंचकूला में हुई हिंसा में मारे गए 20 लोगों के शव को सिविल अस्पताल पहुंचाया गया था. यहां इनके शव का पोस्टमार्टम किया गया. इसमें पता चला कि 6 लोगों की पीठ पर गोली मारी गई है. ऐसा प्रतीत हो रहा है कि भागते समय इन लोगों को गोली मारी गई है. इसी तरह कुछ लोगों के पीठ, सीने और फेफड़ों से गोली निकाली गई. अंबाला के रहने वाले विनीत (26) को पीठ पर, संगरुर के रहने वाले रणजीत सिंह (27) को कई गोलियां मारी गई हैं.

बीते शुक्रवार को जैसे ही सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने राम रहीम को दोषी करार दिया हरियाणा, पंजाब, दिल्ली-एनसीआर और जम्मू के कुछ हिस्सों में हिंसा शुरू हो गई. इस दौरान हरियाणा के पंचकूला, सिरसा, रोहतक, अंबाला, मनसा और पंजाब के संगरुर सहित कई शहरों में हिंसा की आग भड़क उठी. लोगों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. पंचकूला में डेरा समर्थक रिहाइशी इलाकों में घुस गए. इसके बाद अर्धसैनिक बलों और पुलिस के जवानों ने जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी.हिंसा कर रहे डेरा के समर्थकों को पीठ में मारी गईं गोलियां ! 3

डेरा के हिंसक समर्थकों को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले, हवाई फायरिंग के साथ ही पुलिस बल ने उऩ पर गोलियां भी चलाई. इस हिंसा में करीब 38 डेरा समर्थकों की मौत हो गई. 300 से ज्यादा लोग घायल हो गए. सबसे ज्यादा मौत पंचकूला और चंडीगढ़ में हुई थी. इस हिंसा के मद्देनजर केंद्र और सरकार ने सजा के ऐलान से पहले अपनी कमर कस ली. पहले से ही अर्धसैनिक बलों की 200 कंपनिया, पुलिस के साथ सेना के जवानों को मुस्तैद कर दिया गया था.

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