Font Size
मेवात में बाजार का जायजा लेते
हमारे संवादाता यूनुस अलवी
मेवात : शनिवार से पूरे देश में जीएसटी यानि एक देश, एक टेक्स लागू हो गया है। प्रदेश के सबसे पिछडे एंव शिक्षा दर में सबसे नीचे मेवात में भी देश के साथ-साथ जीएसटी लागू हो गया है। जीएसटी के पहले दिन मेवात में कैसे हालात रहे, लोगों ने, दुकानों ने जीएसटी के बारे में क्या कहा। कौन सी चीजे सस्ती हुई और कौन सी चीजें महंगी हुई है। दुकानदार और आम लोगों को क्या जीएसटी के बारे में जानकारी है या नहीं। पहले दिन जो सामान बैचा या खरीदा गया उस पर जीएसटी लगा या नहीं लगा या फिर बाजार में जो सामान बैचा जा रहा है, उनको पहली दरों पर या नई जीएसटी के लागू होने वाली दरों पर बैच रहे हैं या फिर अभी पुराने धडल्ले पर ही चल रहे हैं। इस बारे में मेवात से हमारे संवाददाता यूनुस अलवी ने शनिवार को कस्बा पिनगवां की दुकानों पर जाकर जायजा लिया। प्रस्तुत हैं एक रिपोर्ट:–
सुबेह समय 9 बजे, दुकान इलोक्ट्रोनिक्स
हम सुबेह 9 बजे कस्बा पिनगवां स्थित इलोक्ट्रोनिक्स की दुकान चलाने दीपक कुमार अपनी दुकान पर बिजली का सामान बैचने में व्यस्त हैं। उनके पास ग्राहक आईरन, पंखा, कूलर, बिजली का आदि सामान खरीदकर ले जा रहे थे। मैने दुकानदार दीपक से पूछा आप को पता है जीएसटी लगने से कौन-कौन से सामानों पर असर पडा है। उन्होने बताया कि अभी तो उनको कुछ पता नहीं हैं वे तो पुराने ही धडल्ले पर सामान बैच रहे है। उनको तो बस इतना ही पता है की आज से जीएसटी लागू हो गई है।
सुबेह समय 9:15 दुकान पशु अहार
पशुओं के लिऐ अहार बैचने और तेल मील चलाने वाले विक्की वर्मा ने बताया कि वह पशुओं के चारे के लिए खल, चूरी, बिनौंला, सरसों का तेल आदि सामान बैचता है। उसे तो अभी तक यह भी पता नहीं है कि जीएसटी होता क्या है। पशुओं को बिकने वाला सामान सस्ता हुआ है या मंहगा।
सुबेह 9:30 दुकान मेडिकल स्टोर
मेडिकल स्टोर चलाने वाले राजेंद्र उर्फ छोटे से जब जीएसटी के बारे में पूछा तो उन्होने बताया कि टीवी और अखबारों में तो उसने पढा और सुना है कि जीएसटी लागू हो गया है। उन्होने माना कि कुछ दवाऐ सस्ती हुई हैं। जीएसटी लागू होने से देश में एक टेक्स रहेगा। उन्होने कहा कि वह पिछले रेटों पर ही दवाईयां बैच रहे हैं। वैसे उसे जीएसटी की पूरी जानकारी नहीं हैं।
समय 9:42 दुकान किराना
किराना की दुकान चलाने वाले राजेश ने बताया कि उनके पास अभी तक ऐसी कोई लिस्ट नहीं है जिसके तहत वे सामान को बैंचे। वह चीनी, चावल, दाल, चाय, घी, तेल जो भी घरेलू सामान है उसे पहली ही दरों पर बैच रहे हैं। जब नया सामान खरीदें तक पता चलेगा।
सुबेह समय 10:05 हिंदुस्तान लीवर एजैंट
मेवात में हिंदुस्तान लीवर की एजैंसी चलाने वाले एंव कस्बा पिनगवां के सरपंच संजय सिंगला का कहना है कि अभी तक तो उसे जीएसटी का मतलब ही पता नहीं हैं। हिंदुस्तान लीवर ने पिछले पांच दिन से सामान की सप्लाई बंद की हुई है। कैसे लेना है और कैसे देना है इस बारे में वह अपने सीए और वकील से बात करेगें। अभी तक जो पुराना स्टोक है उसे पहले ही दरों पर बैचा जा रहा है।