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नई दिल्ली: भारतीय विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि ,भारत सिंधु जल समझौते पर पुर्नविचार कर सकता है . तर्क यह दिया जा रहा है कि दो देशों के बिच समझौते को सही तरीके से लागू करने के लिए विश्वाश और सहयोग जरूरी है.
प्रवक्ता ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि संयुक्त् राष्ट्र में पाक प्रधानमंत्री ने भाषण में जिस डोज़ियर का जिक्र किया था उसका जिक्र संयुक्त राष्ट्र के महासचिव के बयान में कतई नहीं है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने सिन्धु जल समझौते पर कहा कि किसी भी समझौते के लिए दो देशों में सहयोग होना जरूरी है. समझौता एकतरफा नहीं हो सकता.