हरियाणा कला परिषद् की ख़ास पहल
8 मार्च को फरीदाबाद से प्रारम्भ होकर 31 मार्च को पंचकूला में समाप्त होगा
गुरुग्राम : हरियाणा कला परिषद् अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) के उपलक्ष्य में प्रदेश के प्रत्येक जिलें में “मातृशक्ति महोत्सव-2017” के नाम से महीने भर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है। यह महोत्सव 8 मार्च को फरीदाबाद से प्रारम्भ होकर 31 मार्च को पंचकूला में समाप्त होगा। हरियाणा के सांस्कृतिक इतिहास में इतनी लम्बी अवधि तक चलने वाला कार्यक्रम महिला शक्ति को लेकर कभी नही हुआ। पहली बार हरियाणा सरकार की महत्वकाक्षी योजना “बेटी बचाओ-बेटी पढाओ” को संज्ञान में रखते हुए कला परिषद ने महिला सशक्तिकरण एवं नारी सम्मान की प्राचीन भारतीय संस्कृति को सातत्य प्रदान करने की दिशा में निवेदन कर्ता आयोजकों के साथ यह कार्यक्रम करने का निर्णय लिया।
हरियाणा कला परिषद् के निदेशक, श्री अजय सिंहल ने बताया कि यह कार्यक्रम प्रत्येक जिलें में अलग-अलग तिथियों पर आयोजित किया जाएगा जिसमें जिलें के स्थानीय कलाकार अपनी कलाछटा बिखेरेेगे। कार्यक्रम का अवलोकन एवं नियन्त्रण करने हेतु कला परिषद की तरफ से अधिकारी की ड्यूटी लगाई जाएगी जो पूरे कार्यक्रम में उपस्थित रहकर समीक्षा करेंगे ।
कार्यक्रम की एकरूपता को बनाए रखने के लिए सभी जिलों में निवेदन कर्ता आयोजकों को यह निर्देश दिया गया है कि कार्यक्रम का नाम मातृशक्ति महोत्सव-2017 होगा । इसके लिए एक 29 मिनट का ओडियो तैयार किया गया है जिसमें देश की अग्रणीय महिलाओं का यशोगान किया गया है।
संस्कृत श्लोकों, लोकगीत, कमेन्ट्री के आधार पर प्रस्तुति के माध्यम से नारी शक्ति के विचार को प्रभावशाली करने की योजना है । गौरतलब है कि इस तरह से पूरे राज्य में लगभग 1000 कलाकारों को लाभ दिया जायेगा। जिसमे महिला एवं बाल विकास कल्याण विभाग, हरियाणा सरकार इस कार्यक्रम में सहयोगी होगा। पै्रस काॅन्फ्रेन्स में हरियाणा कला परिषद की एक्ज्यूकेटिव बाॅडी के सदस्य श्री विपिन सुनेजा, श्री वीरपाल सिंह, श्री शीशपाल चैहान उपस्थित रहें ।
“मातृशक्ति महोत्सव-2017” का कैसा होगा प्रारूप ?
– कला परिषद करेगी निवेदक आयोजकों के साथ मिलकर मातृशक्ति महोत्सव-2017 का आयोजन।
– अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कला परिषद् ने कसी कमर।
– 22 दिन तक प्रत्येक जिलें में होगें नारी को समर्पित अलग-अलग सांस्कृतिक कार्यक्रम।
– 22 कलामित्रो के माध्यम से करेगें कार्यक्रम।
– लगभग 1000 कलाकार देगें प्रस्तुति, जिसमे 60ः कलाकार होगीं महिलाऐं।
– मुख्यतः मंचासीन अतिथि भी सभी जिलों में होगी महिलाऐं।
– महिला एवं बाल विकास कल्याण विभाग होगा सहयोगी।
– सभी जिलों में कलाकार दल अलग-अलग होगे।
– प्राचीन काल से आज तक की महान नारियों का होगा यशोगान।
– पूरे देश में सबसे लम्बा चलने वाला महिला दिवस महोत्सव होगा।
– यह कार्यक्रम केवल औपचारिकता मात्र नहीं होगा ।