Maruti Suzuki Driving School : मारुति ड्राइविंग स्कूल पास्को ने दी सेक्टर 5 के रेजिडेंट्स को संतुलित ड्राइविंग की ट्रेनिंग

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– दिनेश वशिष्ठ एक्स प्रेसिडेंट, सेक्टर 3, 5 और 6 की विशेष पहल पर ट्रेनिंग प्रोग्राम का हुआ आयोजन 

 -ड्राइविंग की बेसिक ट्रेनिंग दी गई जबकि सड़क सुरक्षा के टिप्स भी बताये गए

– ट्रेनिंग लेने वालों में 18 साल की उम्र वाले युवा बच्चों की संख्या सर्वाधिक रही 

 -रोंग साइड ड्राइविंग और ओवर स्पीड व ओवर टेकिंग की बीमारी से बचने की जरूरत : रितु चौधरी

नई दिल्ली : मारुति ड्राइविंग स्कूल पास्को की ओर से ड्राइविंग सेफ्टी की ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन  श्री राम मंदिर सेक्टर 5, गुरुग्राम में किया गया. इसमें सेक्टर 3, 5 और 6 के 18 साल की उम्र वाले युवा बच्चों और रेजिडेंट्स को ड्राइविंग की बेसिक ट्रेनिंग दी गई  जबकि सड़क सुरक्षा के टिप्स भी बताये गए. वर्तमान पीढ़ी को सड़क सुरक्षा के प्रति संवेदनशील  बनाने और सुरक्षित ड्राइविंग के प्रति जागरूक बनाने के लिए इस विशेष प्रोग्राम का आयोजन सेक्टर 3, 5 और 6 के एक्स प्रेसिडेंट दिनेश वशिष्ठ की पहल पर किया गया .

दिनेश वशिष्ठ एक्स प्रेसिडेंट आर. डब्ल्यू. ए. सेक्टर 3, 5 और 6 ने बताया कि देश में बेतहाशा बढती सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए इस वर्तमान युवा पीढ़ी को जिम्मेदार ड्राइविंग करने के लिए तैयार करना हमसब की जिम्मेदारी है. यही कारण है कि आज आयोजित इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में अधिकतर 18 साल की उम्र के बच्चे थे। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि हम सभी रेजिडेंट्स व 18 साल की उम्र से ऊपर के सभी युवाओं को मारुति ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल की तरफ से ड्राइविंग ट्रेनिंग दिलवायें.  उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की रिपोर्ट बताती है कि आज देश में सर्वाधिक मौतें सड़क दुर्घटनाओं के कारण हो रहीं हैं जिनमें सबसे अधिक 18 से 3० साल के युवाओं की संख्या है जो हमसब के लिए चिंता का विषय होना चाहिए. ऐसे में हमें इसे बचने के उपायों पर तत्काल काम करने की जरूरत है.

दिनेश वशिष्ठ के अनुसार  उनकी ओर से ही अपने सेक्टर के बच्चों को ट्रेनिंग देने के लिए मारुति ड्राइविंग स्कूल पास्को को आमंत्रित किया था . ड्राइविंग ट्रेनर ने पहले प्रोग्राम में शामिल बच्चों को सुरक्षित ड्राइविंग के तौर तरीके विस्तार से बताये जबकि उन्हें देश में मौजूद ट्रैफिक नियमों की जानकारी देते हुए इसके अनुपालन के लिए भी प्रेरित किया.

मारुति ड्राइविंग स्कूल के विशेषज्ञों ने रेजिडेंट्स व  बच्चों को रोड पर नियम और कानून का पालन करते हुए निर्धारित स्पीड से सुरक्षित ड्राइविंग करने की नसीहत दी. उन्होंने बताया कि किसी भी वाहन ड्राइविंग के समय खुद भी सुरक्षित रहें और दूसरों को भी सुरक्षित रखें  यह जिम्मेदार नागरिक की निशानी है ।

मारुति ड्राइविंग ट्रेनर वंदना ने बताया कि हम पहले ड्राइविंग की थ्योरी क्लास लेते हैं. इसमें सभी रोड साइन की और ड्राइवर रोड सेफ्टी की जानकारी देते हैं.  उसके बाद सिम्युलेटर पर ड्राइविंग सिखाते हैं . सिम्युलेटर में बच्चों को संतुलित ड्राइविंग के लिए तैयार किया जाता है. इससे सड़क पर वाहन चलाने में उन्हें कॉन्फिडेंस आ जाता है . इसके बाद उन्हें रोड पर कार चलाना सिखाया जाता है और एक अच्छा ड्राइवर बनाने की मुकम्मल कोशिश की जाती है . इस स्कूल से प्रशिक्षित ड्राईवर नियम कानून का रोड पर पालन तो करता ही है साथ ही संतुलित ड्राइविंग भी करता है।

इस अवसर पर रितु चौधरी चेयरपर्सन नवतरंग एन. जी. ओ. ने मारुति ड्राइविंग ट्रेनर्स टीम का स्वागत किया.  आने संबोधन में उन्होंने चिंता जताई कि हम अगर अच्छे ड्राइवर नही होंगे तो हम ना तो अपनी सुरक्षा कर पाएंगे और ना ही रोड पर चलने वाले अन्य लोगों की।  उन्होंने कहा कि हम देख रहें है रोड एक्सीडेंट ख़ास कर दोपहिया वाहनों की दुर्घटनाएं बढती जा रहीं हैं  इसका कारण यही है की हम नियम कानून में  रहकर ड्राइविंग नही करते। अक्सर रोंग साइड ड्राइविंग करते हैं जबकि ओवर स्पीड और ओवर टेकिंग की बीमारी हमारे समाज में ऐसे घर कर गई है जैसे यह जन्मसिद्ध अधिकार हो. इससे हम यातायात के प्रति संवेदनहीन हो गए हैं. इसलिए इस प्रकार के ट्रेनिंग प्रोग्राम की नितांत आवश्यकता है. उन्होंने यह आश्वस्त किया कि “हम सेक्टर 3, 5 और 6 की सभी महिलाओं को भी ड्राइविंग सिखायेंगे और उनको प्रेरित करेंगे जिससे सभी लड़कियां और महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें जो विकसित समाज के लिए अतिआवश्यक है।

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