- चीफ इंजीनियर विशाल बंसल ने मौके पर ही अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
गुरूग्राम, 29 अप्रैल। गर्मी के मौसम में निगम क्षेत्र में पेयजल की किल्लत ना हो, इसके लिए नगर निगम गुरूग्राम की आयुक्त ए. मोना श्रीनिवास द्वारा अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए थे।
निगमायुक्त द्वारा जारी निर्देशों की पालना में नगर निगम गुरूग्राम के चीफ इंजीनियर विशाल बंसल ने निगम क्षेत्र में स्थित विभिन्न बूस्टिंग स्टेशनों का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। उन्होंने संबंधित अधिकारियों के साथ बूस्टिंग स्टेशनों का दौरा किया तथा मौके पर ही अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि गर्मी के मौसम में पेयजल की आपूर्ति निर्बाध रूप से रहे। इसके तहत अगर कहीं पर बूस्टिंग स्टेशन की मोटर या अन्य मशीनरी में कोई समस्या आती है, तो उसका त्वरित समाधान सुनिश्चित हो। इसके साथ ही पेयजल आपूर्ति लाईनों में अगर लीकेज की शिकायत आती है तो उसे भी तुरंत ही ठीक करवाएं। उन्होंने कहा कि बूस्टिंग स्टेशन की सफाई व रख-रखाव पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने बूस्टिंग स्टेशनों पर अतिरिक्त पंप सेट एवं मशीनरी की व्यवस्था रखने के भी निर्देश दिए। चीफ इंजीनियर ने सेक्टर-45 व सेक्टर-46 बूस्टिंग स्टेशनों पर कर मौका-मुआयना किया। उन्होंने कहा कि कार्यकारी अभियंता सेक्टर-46 बूस्टिंग स्टेशन के पंप चैंबर को तुरंत दुरूस्त करवाएं। साथ ही वॉल को भी ठीक करवाएं। उन्होंने मौके पर ही उपस्थित ऑपरेटर को लॉगबुक मेनटेन करने के निर्देश भी दिए। वहीं कार्यकारी अभियंता हरीश कुमार ने भी अपने आवंटित क्षेत्रों में स्थित बूस्टिंग स्टेशनों का दौरा किया।
चीफ इंजीनियर ने बताया कि निगमायुक्त के निर्देश पर सभी कार्यकारी अभियंताओं से कहा गया है कि वे अपने-अपने डिवीजन में पूर्ण हो चुके, चल रहे तथा रूके हुए कार्यों की रिपोर्ट उन्हें भेजें। इसके साथ ही आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों व गणमान्य नागरिकों को भी इस बारे में जानकारी दें। उन्होंने कहा कि जो कार्य रूके हुए हैं, उनका कारण भी रिपोर्ट में बताएं। उन्होंने कहा कि सभी कनिष्ठ अभियंता अपने-अपने वार्ड में प्रतिदिन दौरा करेंगे तथा आरडब्ल्यूए व नागरिकों से मिलकर उनकी शिकायतों का समाधान सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि कोई भी कनिष्ठ अभियंता शाम 4 बजे से पहले कार्यालय में नहीं बैठेगा। इसके साथ ही सभी सहायक अभियंता साप्ताहिक रूप से अपने-अपने वार्डों का निरीक्षण करेंगे तथा कार्यकारी अभियंता हर माह अपने डिवीजन से संबंधित रिपोर्ट सौंपेंगे।