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“निगम के चार जोन में करीब 41 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा”
आर एस चौहान
गुरूग्राम : दबंगों और बदमाशों पर मेहरबान, गरीबों का दुश्मन। जी हां, गुरूग्राम नगर निगम कुछ इसी तरह का रवैया अपनी भूमि से अवैध कब्जे छुड़वाने के लिए अपना रहा है। गुरूग्राम नगर निगम पिछले पांच सालों में स्थायी कब्जे हटवाने में पूरी तरह नाकाम रहा है। अस्थायी कब्जों जैसे झुग्गी, झोपड़ी हटाकर नगर निगम के अधिकार सरकार को यह दिखाने का प्रयास करते हैं कि वे सरकारी जमीनों से कब्जे छुड़वा रहे हैं। जबकि नगर निगम के अधीन चार जोन में 400 करोड़ रूपये से अधिक कीमत की करीब 41 एकड़ भूमि पर स्थायी कब्जे हैं जिनको हटवाने के लिए नगर निगम के अधिकारी प्रयास तक नहीं कर रहे हैं।
मानव आवाज संस्था के अध्यक्ष अभय जैन और प्रवक्ता बनवारी लाल सैनी ने बताया कि अस्थायी कब्जों को हटाया जाना भी बेहद जरूरी है लेकिन दबंगों व बदमाशों ने जो स्थायी कब्जे कर रखे हैं, उनको हटाना भी तो नगर निगम के अधिकारियों का ही काम है। इन दबंगों व बदमाशों के खिलाफ भी नगर निगम के अधिकारियों को कार्रवाई कर सरकारी भूमि से अवैध कब्जे हटाने चाहिये।
अभय जैन को आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक नगर निगम के जोन – 1 में चार गांवों में 3.94 एकड़, जोन – 2 में आठ गांवों में 19 एकड़, जोन – 3 में छह गांवों में 14.05 एकड़ और जोन – 4 में 3.76 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा है।
संस्था का मानना है कि नगर निगम के चारों जोन में कुछ जगह अवैध कब्जों में कोर्ट में पांच मामले चल रहे हैं। कई मामलों में तो साल 2001 से केस चल रहा है लेकिन नगर निगम और अधिकारी ठीक से पैरवी नहीं कर रहे हैं। जिसके चलते दबंगों को फायदा पहुंच रहा है। इनके अलावा भी काफी जमीन ऐसी है जिस पर कोर्ट में कोई केस नहीं है, फिर भी नगर निगम के अधिकारी इन जमीनों से अवैध कब्जे नहीं हटवा पा रहे हैं।
कहां कितनी जमीन पर अवैध कब्जा
जोन | गांव | कुल जमीन जिस पर कब्जा है |
जोन – 1 | धनवापुर, कादीपुर, सिही, हरसरू | 3.94 एकड़ |
जोन – 2 | सराय अलावर्दी, चैमा, सुखराली, डूंडाहेड़ा, मोलाहेड़ा, कार्टरपुरी, सरहौल, प्वाला खुश्रुपुर | 19 एकड़ |
जोन – 3 | वजीराबाद, सिकंदरपुर घोसी, कन्हई,चक्करपुर, नाथूपुर, घाटा | 14.05 एकड़ |
जोन – 4 | झाड़सा | 3.76 एकड़ |
कुल 40.75 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा |