नई दिल्ली : पंजाब की भगवंत मान सरकार ने गन कल्चर को लेकर सख्ती दिखानी शुरू कर दी है. पंजाब सरकार ने हथियारों को बड़े फैसले लिए हैं. पंजाब सरकार ने इसको लेकर नई गाइडलाइन जारी की है. पंजाब में आए दिन गोलियां चलने की खबरें आती रहती हैं. इससे सरकार के लिए परेशानी बढती जा रही थी. अब जारी की गई नई गाइडलाइन में कहा गया है कि हथियारों का सार्वजनिक प्रदर्शन प्रतिबंधित रहेगा.
सरकारी तंत्र ने इस बात का संकेत भी दिया है कि पंजाब में हथियारों का लाइसेंस भी इतनी आसानी से नहीं मिलेगा. इसको लेकर भी कई नियम बना दिए गए हैं. आने वाले दिनों में अलग-अलग इलाकों में रैंडम चेकिंग भी की जाएगी. साथ ही पंजाबी गानों में हथियारों का प्रदर्शन करने पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है. नशा और हथियार अब से गाने का हिस्सा नहीं होंगे. नई गाइडलाइन में कहा गया है कि अब तक जारी सभी हथियारों के लाइसेंस की अगले 3 महीनों के भीतर पूरी समीक्षा की जाएगी. कोई नया हथियार लाइसेंस तब तक नहीं दिया जाएगा जब तक कि डीसी व्यक्तिगत रूप से संतुष्ट न हो कि ऐसा करने के लिए असाधारण आधार मौजूद हैं.
हथियारों का सार्वजनिक प्रदर्शन (सोशल मीडिया पर प्रदर्शन सहित) सख्त वर्जित होगा. आने वाले दिनों में अलग-अलग इलाकों में रैंडम चेकिंग की जाएगी. हथियारों या हिंसा का महिमामंडन करने वाले गाने सख्त वर्जित होंगे. एफआईआर दर्ज की जाएगी और किसी भी समुदाय के खिलाफ अभद्र भाषा बोलने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. हथियारों का जल्दबाजी या लापरवाह उपयोग या जश्न की फायरिंग में जिससे मानव जीवन या दूसरों की व्यक्तिगत सुरक्षा खतरे में पड़ जाए, एक दंडनीय अपराध होगा. इसका उल्लंघन करने वाले के खिलाफ मामला दर्ज किया जायेगा .