50,000 करोड़ रुपये का खर्च आएगा
छह साल में होगा पूरा
नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के बाहरी इलाकों में मेट्रो सेवा के विस्तार व हवाई अड्डे से आवाजाही और सुगम बनाने के लिए 6 गलियारे वाले चौथे चरण को दिल्ली सरकार ने मंजूरी दे दी है । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि इस फैसले से भीड़भाड़ और प्रदूषण कम करने में खासी मदद मिलेगी। 103 किलोमीटर लंबे चौथे चरण के पूरा हो जाने के बाद यहां मेट्रो गलियारे की कुल लंबाई 450 किलोमीटर को पार कर जाएगी। इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट को जून, 2016 में मंजूरी मिली थी।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के अनुसार इस परियोजना पर 50,000 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. इसमें राज्य एवं केंद्र आधा आधा खर्च वहन करेंगे। इस परियोजना में 72 स्टेशन बनाये जाएंगे। उन्होंने सपष्ट किया है कि इस योजना को केंद्र सरकार की ओर से अनुमोदन किए जाने के बाद काम शुरू होगा। परियोजना निर्माण कार्य छह साल में पूरा हो सकेगा.
कौन कौन से रूट ?
इन प्रस्तावित गलियारों में रिठाला-नरेला (21.73 किलोमीटर), इंदरलोक-इंद्रप्रस्थ (12.58 किलोमीटर), तुगलकाबाद-एयरोसिटी (20.20 किलोमीटर), लाजपत नगर-साकेत जी ब्लाक (7.96 किलोमीटर), जनकपुरी (पश्चिम)-आर के आश्रम (28.92 किलोमीटर) और मुकुंदपुर-मौजपुर (12.54 किलोमीटर) शामिल हैं।