नई दिल्ली : राज्यसभा से सोमवार को 12 सांसदों के निलंबन को लेकर संसद के दोनों सदनों में कांग्रेस पार्टी सहित कुछ विपक्षी दलों ने आज भारी हंगामा किया . विपक्ष के भारी हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई . लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने केन्द्र पर आरोप लगया कि यह सरकार का डराने का नया तरीका है. उन्होंने कहा कि जबदरस्ती क्यों माफी मंगवाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार का ऐसा रवैया पहली बार देखा है .
राज्यसभा में क्या हुआ ?
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सदन की बैठक शुर होते ही राज्यसभा के सांसदों के निलंबन का मुद्दा उठाया. उन्होंने आरोप लगाया कि निलंबन की कार्रवाई गलत तरीके से की गई है. दूसरी तरफ राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने राज्यसभा सांसदों के निलंबन के फैसले को सही करार दिया . उन्होंने कहा कि निलंबन का फैसला आखिरी है.
उन्होंने कहा कि मैंने आप सभी की बातें सुन ली है, लेकिन चेयरमैन को फैसला करने का अधिकार होता है. उन्होंने कहा कि फैसला चेयरमैन का नहीं बल्कि सदन का था. वेंकैया नायडू ने कहा कि 10 अगस्त को भी सभी सांसदों से कहा गया था कि वे चेयर का सम्मान करते हुए अपनी जगह पर चले जाएं. लेकिन सांसदों ने सदन की बैठक को लगातार बाधित किया. यहाँ तक कि उन्हें भी बोलने नहीं दिया गया.
इस पर विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सदन से वाक् आउट करने का निर्णय लिया और अभी विपक्षी सदस्यों के साथ सदन से बाहर चले गए .