सुभाष चन्द्र चौधरी
चंडीगढ़: हरियाणा में कोरोना संक्रमण की आशंका से क्वॉरेंटाइन में रखे गए लोगों की संख्या पिछले 2 दिनों में 2,000 से अधिक बढ़ गई. हालांकि क्वॉरेंटाइन की अवधि पूरी कर इस आशंका से बाहर होने वाले लोगों की संख्या भी 1000 से अधिक है लेकिन वर्तमान में क्वॉरेंटाइन में रखे गए लोगों की संख्या 15996. है. इससे कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ने की आशंका को वर्तमान परिस्थिति में खारिज नहीं किया जा सकता. यह अलग बात है कि 2 दिनों के दौरान कोरोना वायरस पॉजिटिव लोगों की संख्या भी अब केवल 106 रह गई है जबकि इससे पूर्व कुल 144 लोगों का इलाज चल रहा था. यानी यह कहना सही होगा कि इस महामारी से निजात पाने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ी है और 38 लोग और इस बीमारी को पराजित कर सामान्य जीवन जीने के लिए अपने घर भेजे जा चुके हैं. सुखद बात यह है कि पिछले 14 दिनों में पूरे प्रदेश में केबल दो नए मरीज पॉजिटिव मिले हैं जबकि इससे पूर्व के पखवारे में नए मामले आने की संख्या अचानक बढ़ गई थी. हरियाणा स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि आज केवल चार नए पॉजिटिव के पाए गए हैं.
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट का विश्लेषणात्मक अध्ययन इस बात की ओर इशारा करता है कि हरियाणा में सभी जिले में आरंभ से ही लॉक डाउन को बेहद प्रभावी तरीके से लागू करने के कारण अन्य राज्यों की अपेक्षा यहां पूर्णा संक्रमण के फैलाव को रोकने में कामयाबी मिली है. अधिकतर शहरों में लोगों ने लॉक डाउन को गंभीरता से लिया और अपने घरों में ही स्वयं को आइसोलेट करते हुए केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर जारी गाइडलाइन का पालन कर सरकारी एजेंसियों के साथ सहयोग किया. दूसरी तरफ अलग-अलग राज्यों में वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को नोडल ऑफिसर के रूप में तैनात करना भी सरकार की गाइडलाइन को लागू कराने में सहायक रहा.
प्रदेश के प्रमुख जिला गुरुग्राम सहित अधिकतर जिले में तैनात नोडल अधिकारियों ने लॉक डाउन के आरंभ से ही जिला मुख्यालय में ही अपना डेरा जमाए रखा और क्लोज मॉनिटरिंग की. स्थितियों का आकलन करते हुए तत्काल निर्णय लिया और उसे प्रभावी तरीके से लागू भी कराया. मसलन दिल्ली में तबलीगी जमात का मामला सामने आने के तत्काल बाद गुरुग्राम जिला में रातों-रात पुलिस और प्रशासन इस कदर सक्रिय हो गए की उससे संबंधित लगभग परिवारों की पहचान कर ली गई और उन्हें क्वॉरेंटाइन कर दिया गया. इसके अलावा हॉटस्पॉट चिन्हित करने या कंटेनमेंट एरिया के सीमांकन और उसको लोगों के सहयोग से ही सील करने की व्यवस्था भी तीव्र गति से हुई जिससे अपेक्षित नियंत्रण पाया जा सका. इस बात का प्रमाण हरियाणा में कोविड-19 वायरस से संक्रमण की स्थिति को दर्शाने वाली स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट से स्पष्ट मिलता है.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन में यह स्पष्ट किया गया है कि प्रदेश में अब तक पूर्णा संक्रमण की आशंका की दृष्टि से कुल 32607 लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया जिनमें से 16611 व्यक्ति इस दायरे से 14 दिन की अवधि समाप्त कर बाहर हो चुके हैं. वर्तमान में 15996 लोग स्वास्थ्य विभाग ने अलग-अलग स्थानों पर या संबंधित व्यक्ति के घरों पर ही 14 दिन की क्वॉरेंटाइन में है. विभाग ने अब तक 14562 लोगों का कोरोना वायरस चेस्ट कराया जिनमें से 12253 व्यक्तियों की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई और 2068 मरीजों की टेस्ट रिपोर्ट अब तक नहीं आई है. अब तक आई रिपोर्ट में से कुल 241 लोग हरियाणा में कोरोना पॉजिटिव पाए गए जो हरियाणा के रहने वाले हैं जबकि 14 व्यक्ति इटली से आए हुए थे जो प्रारंभिक काल में पॉजिटिव पाए गए थे.
अब तक की स्थिति का आकलन यह दर्शाता है कि यहां कोरोना वायरस को हर आने वालों की संख्या भी संतोषजनक रही है. अब तक कुल 147 लोग इस अदृश्य और अनजान दुश्मन को हराने में कामयाब हो चुके हैं और अब वह सभी अपने परिवार के साथ सामान्य जीवन जी रहे हैं. यहां कुल 106 लोग अब भी इस बीमारी से संक्रमित हैं जिनका विविन जिले के अस्पतालों में इलाज चल रहा है. इनमें से अधिकतर की हालत बेहतर है और उम्मीद जताई जा रही है की अस्पताल में भर्ती मरीजों के भी जल्दी ही रिकवर होने की संभावना प्रबल है. केवल दो लोगों की यहां इस संक्रमण से मृत्यु हुई है.
स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि अब से 14 दिन पूर्व तक यहां कोर्णाक विधि के कुल 104 मामले थे जबकि इन 14 दिनों में केवल दो लोग और जुड़ गए हैं और यह संख्या 106 हो गई है. विभाग ने बताया है कि आज हरियाणा में 4 नए मामले सामने आए हैं जिनमें से फरीदाबाद से एक, गुरुग्राम से एक और सोनीपत से दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.
अगर बात की जाए जिला बार पूर्णा पॉजिटिव मरीजों की संख्या की स्थिति की तो गुरुग्राम में कुल पॉजिटिव मामले 37 हैं जिनमें से 26 भी कवर कर चुके हैं और वर्तमान में 11 व्यक्ति अभी भी इलाज में हैं. फरीदाबाद, नूहं और पलवल हरियाणा की 3 ऐसे जिले हैं जहां पॉजिटिव मामले लगातार बढ़ने से प्रदेश सरकार के लिए चुनौती पूर्ण बन गए हैं. फरीदाबाद में आज एक नया मामला सामने आया है यहां कुल संख्या 43 हो गई है जिनमें से 22 अब तक रिकवर कर चुके हैं और 21 लोगों का इलाज चल रहा है. नूहं में हालांकि आज कोई नया मामला सामने नहीं आया है लेकिन यहां सबसे अधिक 57 पॉजिटिव मामले हैं जिनमें से 29 लोगों को अब तक अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है और 31 व्यक्ति अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं. पलवल में भी आज कोई नया मामला सामने नहीं आया है. यहां अब तक कुल 34 पॉजीटिव केस मिले हैं जिनमें से 27 व्यक्ति अस्पताल से छुट्टी पा चुके हैं और नो लोगों का इलाज चल रहा है.
जिला अंबाला में आज कोई नया केस नहीं है फुल मामले 11 हैं जिनमें से आठ रिकवर कर चुके हैं चार का इलाज चल रहा है. भिवानी में कुल 3 मामले हैं जिनमें से 2 रिकवर हो चुके हैं एक का इलाज चल रहा है. चरखी दादरी में केवल एक मामला आया था जो रिकवर कर चुके हैं. फतेहाबाद में केवल एक पॉजिटिव केस मिला था जो रिकवर कर चुके हैं. हिसार में 2 पॉजिटिव के सारे थे जिनमें से एक रिकवर कर चुके हैं और एक का इलाज चल रहा है.
जींद में 2 नए मामले आए थे दोनों ठीक हो चुके हैं. करनाल में 6 पॉजिटिव केस आए थे जिनमें से पांच अस्पताल से छुट्टी पा चुके हैं और एक एक की दुखद मृत्यु हो गई है. कैथल में दो पॉजिटिव के आए थे जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. कुरुक्षेत्र में भी 2 मामले आए थे जिनका इलाज जारी है. पानीपत में पांच पॉजिटिव के साए थे जिनमें से चार रिकवर कर चुके हैं और एक का इलाज चल रहा है. पंचकूला में 18 पॉजीटिव केस आए थे जिनमें से अब तक केवल दो रिकवर कर पाए हैं और 16 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. रोहतक में केवल एक पॉजिटिव के सामने आए थे जिनकी मृत्यु हो गई. सिरसा में चार पॉजिटिव के साए थी जो सभी अस्पताल से छुट्टी पा चुके हैं. सोनीपत में आज 2 नए मामले आए हैं कुल संख्या यहां 9 हो गई है जिनमें से दूरी कवर कर चुके हैं और 7 लोगों का इलाज चल रहा है. यमुनानगर में तीन पॉजिटिव केस आए थे जिनमें से सभी रिकवर कर चुके हैं.