– स्पेशल पब्लिसिटी सैल के चेयरमैन राॅकी मित्तल ने किया कार्यशाला का शुभारंभ
– सोशल मीडिया पर छाएंगे जनसंपर्क विभाग के लोक कलाकार-रॉकी मित्तल
गुरुग्राम 17 फरवरी। सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा के रोहतक मण्डल के अंतर्गत पड़ने वाले जिलों के प्रचार अमले की चार दिवसीय कार्यशाला आज गुरूग्राम में शुरू हुई जिसका विधिवत् शुभारंभ विभाग में नवगठित स्पेशल पब्लिसिटी सैल के चेयरमैन राॅकी मित्तल उर्फ जयभगवान मित्तल ने किया। यह कार्यशाला गुरूग्राम के सैक्टर 15 भाग एक के सामुदायिक केंद्र में आयोजित की जा रही है। कार्यशाला में रोहतक, झज्जर, सोनीपत, करनाल तथा पानीपत जिलों का विभागीय प्रचार अमला और सूचीबद्ध भजन मण्डलियों के लीडर भाग ले रहे हैं।
कार्यशाला के प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए रॉकी मित्तल ने कहा कि पूरे हरियाणा के गांव गांव में राज्य सरकार की योजनाओं के प्रचार प्रसार के लिए यह बहुत जरुरी है कि हरियाणा के सभी सरकारी कलाकारों को एक ट्रेनिंग दी जाए और इन सभी से सरकार की नई उपलब्धियों पर गीत तैयार करवाए जाए। उन्होंने कहा कि विभाग के बेहतरीन कलाकारों का चयन करने के लिए 3 से 6 मार्च तक कुरूक्षेत्र में पूरे प्रदेश के प्रचार अमले की प्रतियोगिता करवाई जाएगी।
इस प्रतियोगिता में अव्वल रहने वाले लोक कलाकारों को ना केवल प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा बल्कि उनके चार समूह बनाए जाएंगे जो मुख्यमंत्री की जनसभाओं में अपनी प्रस्तुतियां देंगे। श्री मित्तल ने प्रचार अमले को अपना प्रचार प्रभावी बनाने के तरीके बताए और कहा कि विभागीय लोक कलाकार भी अपनी रचनाओं पर गीत गाकर उसे यू-ट्यूब, फेसबुक आदि सोशल मीडिया पर अपलोड करके अपनी लोकप्रियता बढा सकते हैं। इस कार्य में श्री मित्तल ने उन्हें अपना सहयोग देने का भरोसा दिलाया।
श्री मित्तल ने बताया कि आने वाले दिनों में हरियाणा के प्रचार प्रसार से संबंधित कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे। साथ ही हरियाणा की जनता को नशामुक्ति और महिला सुरक्षा के लिए भी जागरुक किया जाएगा। इसके साथ ही जनता को यह भी बताया जाएगा कि राज्य सरकार द्वारा लिए गए फैसलों तथा नीतियों का किस तरह से लाभ ले सकते हैं। कार्यशाला के पहले दिन राजकीय महाविद्यालय सैक्टर 14 गुरूग्राम के संगीत प्राध्यापक डा. लोकेश शर्मा ने प्रचार अमले को राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के गायन का प्रशिक्षण दिया।
उन्होंने स्वयं इस राष्ट्रीय गीत की प्रस्तुति देकर सभी लोक कलाकारों को अभ्यास करवाया। इसी प्रकार प्रदेश के लोक गायक रहे प्रेम सिंह देहाती ने विभागीय प्रचार अमले का लोक गायन के बारे में मार्ग दर्शन किया और बताया कि वे किस प्रकार सरकार की मुख्य योजनाओं का समावेश करके अच्छे गीत तैयार कर सकते हैं। पे्रम सिंह देहाती ने स्वयं भी कुछ गीतों की प्रस्तुति दी। विभाग के संयुक्त निदेशक आर एस सांगवान ने चार दिवसीय कार्यशाला की रूपरेखा पर प्रकाश डाला और बताया कि यह कार्यशाला प्रचार अमले की नाॅलेज अपडेट करने के लिए आयोजित की जा रही है जिसमें विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया है।
उन्होंने बताया कि अगले तीन दिन तक हरियाणवीं फिल्मांे के लिए गीत लिख चुके मांगे राम खत्री तथा सरकारी उपलब्धियों पर गीतों व नाटकों के लेखक रहे राजबीर भारद्वाज, कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय में सांस्कृतिक कार्य विभाग के निदेशक रहे विख्यात रंगकर्मी और हरियाणवी आर्केस्ट्रा के जन्मदाता अनूप लाठर के अलावा, प्रख्यात रंगकर्मी महेश वशिष्ठ भी प्रचार अमले को प्रशिक्षण देने के लिए कार्यशाला में पहुंचेगे।