रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में तीन ईनामी नक्सलियों समेत नौ नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।
बस्तर क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को दूरभाष पर बताया कि क्षेत्र के बीजापुर जिले में तीन ईनामी नक्सलियों समेत सात नक्सलियों ने तथा सुकमा जिले में दो नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नक्सली जीवन शैली से त्रस्त होकर तथा नक्सलियों की खोखली विचारधारा से क्षुब्ध होकर बीजापुर क्षेत्र के सात नक्सलियों ने नक्सलवाद छोड़ने का फैसला किया है।
उन्होंने बताया कि नक्सली लक्ष्मण वंजामी :29:, नीलकंठ रंजीत :26:,गुडसा वाचम :29 :, राजू राम वाचम :30:, लायसु वाचम :25 :, मंगल दिवा :18: और चिन्ना मज्जी :19 : ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में से लक्ष्मण वंजामी, नीलकंठ रंजीत और गुडसा वाचम के सर पर एक-एक लाख रूपए का ईनाम घोषित है। वहीं डीएकेएमएस उपाध्यक्ष राजू वाचम ने बन्दूक के साथ आत्मसमर्पण किया है।
नक्सलियों के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, पुलिस दल पर हमला, आगजनी, नक्सलियों की बैठक में शामिल होने और नक्सली पर्चा लगाने समते कई अन्य अपराध में शामिल होने का आरोप है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र के सुकमा जिले में भी दो नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।
उन्होंने बताया कि नक्सल सदस्य पोड़ियाम पाण्डू :35: और हेमला मुया :30 : ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पित दोनों नक्सली थाना चिंतागुफा के कसालपाड़ जंगल में पुलिस दल पर हमला कर 14 जवानों की हत्या करने की घटना में तथा मिनमा क्षेत्र में पुलिस दल पर गोलीबारी की घटना में शामिल थे।
उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को छत्तीसगढ़ शासन की राहत एवं पुनर्वास योजना के तहत नियमानुसार सहायता प्रदान की जाएगी।