नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के कोयंबटूर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस का रुख राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर कमजोर रहा है। कांग्रेस के राज में हर शहर में आंतकवादी हमले होते रहे हैं। लेकिन एनडीए सरकार में अगर कोई हमला करने की हिमाकत करता है तो उसका जवाब हम पूरी ताकत से देते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोयंबटूर में कहा, विपक्षी पार्टियां हमेशा पूछती रहती हैं कि क्यों मोदी हमेशा राष्ट्रवाद के मुद्दे पर बोलते हैं। क्या राष्ट्रवादी होना अपराध है। उन्होंने कहा हम राष्ट्रवादी थे, हम राष्ट्रवादी हैं और हमेशा राष्ट्रवादी रहेंगे।
पीएम ने कहा, ‘कांग्रेस और कम्युनिस्ट केरल की संस्कृति को नष्ट कर रहे हैं। सबरीमाला मामले पर विपक्षी पार्टियों की राजनीति इसका उदाहरण है। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि कम्युनिस्टों की ताकत हमारी आस्था को तबाह करने में कभी सक्षम नहीं होगी।’
इससे पूर्व महारष्ट्र के लातूर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं से बालाकोट हमले के नाम पर वोट मांग मोदी आदर्श आचार संहिता के दायरे में जाते भी दिखे।
मोदी ने पहली बार मतदान करने वाले लोगों से कहा, ‘‘ क्या आपका पहला वोट हवाई हमला करने वालों के लिए होगा।’’
मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि आजादी से पहले कांग्रेस नेताओं ने अगर समझदारी से काम लिया होता तो पाकिस्तान ना बना होता। मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र और पाकिस्तान की भाषा एक है।
उन्होंने कांग्रेस और उसके सहयोगी राकांपा पर जम्मू-कश्मीर में अलग प्रधानमंत्री की मांग करने वालों का साथ देने का आरोप लगाया। मोदी का इशारा नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला के इस संबंध में हाल ही में दिए बयान की ओर था।
मामले में राकांपा प्रमुख शरद पवार पर हमला बोलते हुए मोदी ने पूछा कि क्या मराठा क्षत्रप को ऐसे विचार वाली पार्टी का साथ देना शोभा देता है। दूसरी ओर, मोदी ने कहा कि भाजपा के तहत नए भारत की नीति आतंकवादियों को उनके घर में घुसकर मारने की है।
प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर पिछले महीने पुलवामा आतंकी हमले में सुरक्षा बलों की वीरता पर सवाल उठाने के अपने आरोप को भी दोहराया।मोदी ने सोमवार को जारी किए गए भाजपा के घोषणापत्र की तारीफ करते हुए कहा कि अन्य मुद्दों सहित पार्टी राष्ट्रीय सुरक्षा और किसानों के कल्याण को लेकर प्रतिबद्ध है। मोदी ने वहां मौजूद लोगों से कहा, ‘‘ आपका भरोसा पिछले पांच साल में मेरी सबसे बड़ी उपलब्धि है।’’
उन्होंने यह भी कहा कि उनका लक्ष्य भारत को नक्सल और माओवादी संकट से मुक्त करना है।