नई दिल्ली/इस्लामाबाद : पाकिस्तान में दो दिन पूर्व हुए मतदान और उसके बाद मतगणना में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सबसे अधिक सीटें हासिल हुईं हैं। सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सामने आने के बाद भी बहुमत के लिए 22 और सांसदों की दरकार है। सरकार गठन के लिए पीटीआई प्रमुख इमरान खान को निर्दलीयों और छोटी पार्टियों से समर्थन हासिल करने के लिए जोर आजमाइश करनी पड़ रही है। पाकिस्तान में सांसदों की खरीद फरोख्त के हालात पैदा बन गए हैं। पीटीआई ने 270 सीटों में से 115 पर जीत दर्ज कर सबको चौका दिया है लेकिन बहुमत के लिए 22 सीटों की अब भी जरूरत है।
दूसरी तरफ अब तक सत्ता में रही पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज(पीएमएल-एन) को केवल 64 सीटों पर संतोष करना पड़ा है, जबकि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी(पीपीपी) 43 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रही है। इमरान खान जो अब प्रधानमंत्री पड़ के सबसे प्रबल दावेदार हैं ने शनिवार को अन्य दलों के नेताओं के साथ बैठक की। उनसे मिलने वालों में पंजाब विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष महमूदुर राशिद भी हैं। मीडिया की खबर के नुसार दोनों नेताओं ने पंजाब के मुख्यमंत्री पद के लिए संभावित उम्मीदवार समेत समर्थन की शर्तों पर भी बातचीत की।
पाकिस्तानी मीडिया की खबर में कहा जा रहा है कि पार्टी अधिकारियों के अनुसार खान ने इस सप्ताह हुए संसदीय चुनाव में पाकिस्तान तहरीक – ए – इंसाफ को सर्वाधिक सीटें मिलने के बाद सरकार बनाने का दावा पेश किया है। हालांकि लोग यह मानते हैं कि इस चुनाव में पाकिस्तानी सेना का बड़े पैमाने पर दखल रहा है और चुनाव के आंकड़े सेना समर्थक इमरान खान के पक्ष में गए।
उल्लेखनीय है कि लगातार दो कार्यकाल तक पंजाब में सत्ता पर काबिज पीएमएल-एन एक बार फिर राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। यहां 295 विधानसभा सीटों में से पार्टी को 129 सीटें मिली हैं। जबकि पीटीआई को भी123 सीटें हासिल हुई हैं । ऐसे में संभावना यह है कि इमरान खान की पार्टी 28 अन्य विधायकों के समर्थन से राज्य में भी सरकार बना सकती है। पूर्व विपक्षी नेता उर इमरान के बीच हुई गुफ्तगू से इस बात के संकेत मिल रहे हैं।
इमरान खान के लिए संभावना इस लिए भी प्रबल है क्योंकि नेशनल असेंबली के चुनाव में कई धार्मिक संगठनों के गठबंधन मुत्ताहिद मजलिस-ए-अमाल(एमएमए) ने 12 सीटों पर और मुत्ताहिद कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) ने छह सीटों पर जीत हासिल की हैं।
इसके अलावा पीएमएल-कायद और बलूचिस्तान अवामी पार्टी(बीएपी) ने चार-चार सीटों और सिंध की ग्रैंड डेमोक्रेटिक एलायंस(जीडीए) को दो सीटें मिली हैं।अवामी मुस्लिम लीग(एएमएल), पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसानियत और जम्हूरी वतन पार्टी(जेडब्ल्यूपी) को भी एक-एक सीट मिली है। इनके अलावा 12 निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत दर्ज की है। माना जा रहा है कि पाकिस्तान में सरकार के गठन में निर्दलीय उम्मीदवार महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
इसके अलावा खबर है कि पांच सीटों पर दोबारा गिनती होगी। अगर इन 5 सीटों पर इमरान खान की पार्टी को विजय हासिल होती है इससे उनकी राहें और आसान हो जाएंगी।