भाजपा कार्यालय व ग्रुप हाउसिंग के विरुद्ध धरना आठवें दिन भी जारी,
बुजुर्ग और महिलाओं की बिगड़ती जा रही हालत, शासन व प्रशासन बना संवेदनहीन
कई राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं ने की भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली की निंदा
जनता की उम्मीद को मिट्टी में मिला रही भाजपा सरकार: पूर्व मंत्री
भाजपा कार्यालय की जमीन पर बने बालिका महाविद्यालय: डा. मुकेश शर्मा
विकास के आंदोलन के साथ खड़ी है आम आदमी पार्टी: महेश यादव
विकास को छोड़ भाजपा कार्यालय बनवाने में जुटी है सरकार: डा. सतीश यादव
सिलोखरा के नागरिकों की धार्मिक आस्था से खिलवाड़ कर रही सरकार: अश्वनी शर्मा
गुडग़ांव, 17 जुलाई: सिलोखरा की पंचायती जमीन का उपयोग गांव का स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत विकास में करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे सिलोखरा व आसपास के नागरिकों का धरना मंगलवार को आठवें दिन भी जारी रहा। मंगलवार को कई समाजिक व राजनीतिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने धरने का समर्थन करते हुए विकास के इस आंदोलन में पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया। धरने को समर्थन करने पहुंचे पंजाबी बिरादरी के नेता व पूर्व मंत्री धर्मवीर गाबा ने कहा कि भाजपा सरकार जनता की उम्म्ीद को मिट्टी में मिला रही है। प्रदेश विकास में पिछड़ रहा है। विकास की मांग कर रहे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा रही है। इस सरकार को जनता जवाब देगी।
आंदोलन का समर्थन करने अपने समर्थकों के साथ आए आम आदमी पार्टी के गुडग़ांव जिलाध्यक्ष महेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार जनता की आवाज को दबाकर मनमानी कर रही है। अगर सरकार ने सिलोखरा की पंचायती जमीन से भाजपा कार्यालय व ग्रुप हाउसिंग को शिफ्ट नहीं करती है तो आम आदमी पार्टी इस आंदोलन को और उग्र रुप देगी। आम आदमी पार्टी सिलोखरा के नागरिकों के आंदोलन के साथ पूरी तरह से खड़ी है।
धरने को समर्थन दिए वार्ड 19 के पार्षद अश्वनी शर्मा ने सिलोखरा के प्रकरण बेहद नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि हिन्दुत्व और हिन्दू धर्म की बात करने वाली भाजपा सरकार मंदिर और तीर्थ स्थल को तोड़कर भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग का निर्माण करा रही है। इससे बड़ा जनविरोधी कार्य कुछ भी नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने शीघ्र सिलोखरा के नागरिकों की मांगें नहीं मानी तो उग्र आंदोलन चलाया जाएगा।
यादव संघ की तरफ से आंदोलन को पूर्ण समर्थन दिए यादव संघ के अध्यक्ष सतीश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार मंदिरों को तोड़कर, विकास को दरकिनार कर भाजपा कार्यालय बनवाने पर तुली है। जनता के साथ इससे बड़ा अन्याय कुछ भी नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि यादव बिरादरी इस आंदोलन के समर्थन में है और सरकार से मांग है कि शीघ्र ही सिलोखरा के नागरिकों की मांगों को मान ले और सिलोखरा के नागरिकों पर थोपा गया फर्जी मुकदमा वापस ले।
विकास के इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे सिलोखरा निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता डा. मुकेश शर्मा ने कहा कि सिलोखरा के विकास की मांग कर रहे गांव के नागरिकों सहित 360 गांवों के लोगों के साथ विश्वासघात किया है। सिलोखरा सहित 360 गांवों के नागरिक एक गांव के विकास की मांग को लेकर पिछले करीब साल भर से आंदोलन कर रहे हैं। पिछले 8 दिनों से सिलोखरा और आसपास के नागरिकों के साथ वृद्ध महिलाएं व बुजुर्ग नागरिक भी धरना पर बैठे हैं और उनकी हालत खराब होती जा रही है। इसके बावजूद सरकार मौन धारण करके बैठी है। सरकार का यह रवैया अंग्रेजी हुकूमत से भी घृणित है।
अगर मुख्यमंत्री प्रदेश की जनता के प्रति जवाबदेह हैं तो उन्हें सिलोखरा सहित 360 गांवों के नागरिकों को जवाब देना चाहिए कि वे सिलोखरा का विकास क्यों नहीं कराना चाहते हैं? क्यों सरकार जबरन भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग का निर्माण उस रिहायशी इलाके और पंचायती जमीन पर करा रही है जो सिलोखरा के विकास के लिए ही नाकाफी है?
डा. मुकेश शर्मा ने गांव के नागरिकों की तरफ से मांग रखी कि जिस जमीन पर सरकार भाजपा कार्यालय का निर्माण करा रही है उस जमीन पर बालिका विद्यालय का निर्माण कराया जाए। उन्होंने कहा कि सिलोखरा सहित आसपास की बालिकाओं की शिक्षा के लिए न्यू गुडग़ांव में कोई बालिका महाविद्यालय नहीं है। बालिकाओं को पढ़ाई के लिए काप्ऊी दूरी असुरक्षा के साए में तय करनी पड़ रही है। अगर भाजपा सरकार वाकई बेटी-बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देती है तो भाजपा कार्यालय की जमीन पर सरकार को बालिका माहविद्यालय का निर्माण कराना चाहिए।
डा. शर्मा ने कहा कि सिलोखरा सहित 360 गांवों का यह आंदोलन भाजपा सरकार की अग्रिपरीक्षा है। पूरे प्रदेश की जनता में इस आंदोलन के जरिए भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों और जनता के प्रति बर्बरतापूर्ण व्यवहार उजागर हो रहा है। सरकार ने एक तरफ जहां विकास को दरकिनार कर अपना चेहरा बेनकाब किया तो दूसरी तरफ पंचायती भूमि पर बलपूर्वक भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग का निर्माण कर हिटलरशाही का परिचय दिया। धार्मिक स्थलों को तोडऩा, पौराणिक ताताब को मिट्टी भरकर अस्तित्वविहीन करना और इस जनविरोधी कार्यों का शांतिपूर्ण विरोध करने पर नागरिकों को झूठे मुकदमे में फंसाना, यही सरकार की कार्यप्रणली है। डा. शर्मा ने धरना कर रहे नागरिकों की तरफ से मांग रखी कि अगर सरकार अपनी कार्यप्रणाली को तनिक भी लोकतांत्रिक मानती है तो सिलोखरा के आंदोलनकारियों की मांगों को शीघ्र माने अथवा नागरिक सरकार की इस हिटलरशाही के सामने झुकने वाले नहीं हैं। धरने के दौरान ओमप्रकाश शर्मा सरपंच सिलोखरा, रमेश वशिष्ठ आरडब्ल्यूए सेक्टर 15, देवराज सरपंच गांव कन्हई, कृष्ण नबरदार, सज्जन सिंह यादव नंबरदार, महावीर यादव, डा. राकेश सैनी, रामपत यादव, रामेहर यादव, धर्मवीर शर्मा, चंद्रभान सैनी, भरत सिंह, मामचंद सैनी, शेर सिंह पंडित, पूर्व अध्यक्ष वार एडवोकेट विनोद कटारिया, एडवोकेट आरडी शर्मा, एडवोकेट सत्यवीर शर्मा, एडवोकेट उमेश कुमार, एडवोकेट राजेन्द्र सिंह, एडवोकेट निखिल वशिष्ठ, एडवोकेट नीरज कुमार, एडवोकेट दिनेश दायमा, सुंदर यादव, सुभाष शर्मा, राधेश्याम शर्मा, लक्ष्मीनारायण सैनी, देवीराम शर्मा, अमर सिंह सैनी, ओमप्रकाश सैनी, देशराज सैनी, नरेश शर्मा, कन्हैया सैनी, राजपाल शर्मा, रामधन सैनी, कैलाश सैनी, भूपसिंह शर्मा, सतीश शर्मा, जयभगवान शर्मा, ईश्वर शर्मा, अतर सिंह शर्मा, पूर्व पंच, राजेश सैनी, देवीराम यादव, मन्नू अग्रवाल, शारदा देवी, अंगूरी देवी, राजबाला, राजवती, दौपदी, शांति, जगवती देवी, त्रिवेणी देवी, सुंदरी, ओमवती, संतोष, कांता देवी, पुष्पा, शोभा देवी, मूर्ति, शांति, सांकरी, शकुन्तला बीरमा व लक्ष्मी के साथ भारी संख्या में महिलाएं और सैकड़ों नागरिक मौजूद रहे।
फोटो-धरने को संबोधित करते डा. मुकेश शर्मा व पूर्व मंत्री धर्मावीर गाबा, पार्षद अश्वनी शर्मा, आप के जिलाध्यक्ष महेश यादव व यादव संघ के अध्यक्ष डा. सतीश यादव, तीर्थ स्थल, शिव मंदिर पर एकत्रित महिलाएं व अन्य धरनारत नागरिक।