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घोटाले की जांच की बजाए सांसद को बताया था नशेड़ी, मानहानि का केस दायर किया
हिसार, 7 जुलाई : मानहानि के मामले में इनेलो सासंद दुष्यंत चौटाला शनिवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के खिलाफ अदालत पहुंचे। हिसार से सांसद दुष्यंत आज हिसार के हिसार की अदालत में पहुंचे और उन्होंने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के खिलाफ मान-हानि का केस दायर किया। ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट ने दुष्यंत के केस की सुनवाई करते हुए मामले की अगली सुनवाई के लिए 14 अगस्त की सुनवाई निर्धारित की है।
इनेलो संसदीय दल के नेता दुष्यंत चौटाला ने पिछले दिनों प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में दवा घोटाले का पर्दाफाश करते हुए सरकार व अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी। लेकिन प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने इन घोटालो की जांच करवाने की बजाए उल्टा सांसद को ही नशेड़ी बताते हुए किसी नशामुक्ति केंद्र से इलाज करवाने की बात सार्वजनिक रूप से कही थी। इस पर सांसद ने स्वास्थ्य मंत्री को मानहानि का नोटिस दिया था। जिसकी समय सीमा पूरी होने पर सांसद चौटाला ने शनिवार को हिसार अदालत पहुंचकर स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 499 व 500 के तहत केस दायर किया है। इन धाराओं में अपराध सिद्ध होने पर दो साल तक की सजा व जुर्माना हो सकता है।
18 मार्च को सांसद दुष्यंत चौटाला ने स्वास्थ्य विभाग में करोड़ो रुपये की दवा एवंम उपकरण की खरीद मामले में चंडीगढ़ में प्रैस क्रांफेंस कर सुबूतों के साथ घोटालों का उजागर किया था और स्वास्थ्य विभाग को अपनी जांच में भी कुछ खामियां मिली थी। इसके बाद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने तीन अप्रैल को सांसद दुष्यंत चौटाला को पत्रकार वार्ता में नशेड़ी बताते हुए किसी नशा मुक्ति केंद्र से अपना इलाज करवाने की बात कही थी। सांसद दुष्यंत ने इस मामले को अपनी मानहानि माना और इस मामले में दुष्यंत चौटाला की ओर से स्वास्थ्य मंत्री को नोटिस जारी कर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा था। परन्त विज की ओर से इसका कोई जवाब नहीं आया था। इसके बाद दुष्यंत ने आज अदालत में स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ केस दर्ज करवाया। अदालत में शनिवार को इस मामले की सुनवाई हुई और आगामी कार्यवाही के लिए 14 अगस्त की पेशी निर्धारित की, उस दिन सांसद दुष्यंत चौटाला की तरफ से गवाही पेश की जाएगी। इस दौरान सांसद चौटाला ने बार एसोसिएशन का भी दौरा किया और अधिवक्ताओं की समस्याएं जानी। इसके साथ ही बार एसोसिएशन के चैंबर के बीच शैड बनवाने के लिए पूर्व में की गई घोषणा के तहत एसोसिएशन के प्रधान प्रदीप बाजिया को नौ लाख रूपए का चैक भी सौंपा। सांसद चौटाला ने अधिवक्ताओं के साथ चर्चा की और सुझाव मांगे। युवा अधिवक्ताओं ने सांसद से रूबरू होते हुए स्टाइफंड शुरू कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि युवा अधिवक्ताओं के समक्ष आरंभिक कुछ वर्षों में आय का कोई उपयुक्त प्रबंध नहीं होता। इसलिए ऐसे युवा अधिवक्ताओं को प्रोत्साहित करने के लिए मासिक स्टाइफंड का प्रावधान किया जाना चाहिए। सांसद चौटाला ने उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी इस मांग को उचित मंच पर प्रमुखता के साथ उठाया जाएगा। इस मौके पर इनेलो जिलाध्यक्ष राजेन्द्र लितानी, विधायक रणवीर गंगवा, वेद नारंग, जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप बाजिया, वरिष्ठ अधिवक्ता एडवोकेट राम लाल विमल, लक्ष्मण बाजिया, पी के संधीर, पूर्व प्रधान कलम सिंह, पंकज मेहता, जगदीश बिश्नोई, महेंद्र सिंह नैन, दलीप जाखड़, मनदीप बिश्नोई, अनिल श्योराण, सोमदत्त शर्मा, रेखा मित्तल, विजय लक्ष्मी, कमलेश शर्मा, मीनू शर्मा, सुदेश रानी, अजित श्योराण, प्रभु दयाल जाखड़, अमित ढिल्लों, प्रदीप जांगड़ा, सुखबीर नेहरा,भजन रावत, हरि सिंह बूरा, प्रमोद बागड़ी, बलविंद्र सिंह, दलबीर बिश्नोई, सन्दीप सरोहा, समीर भाटिया, अभिषेक अग्रवाल, मनोज सैनी सहित बहुत से अधिवक्ता उपस्थित थे।