इंदौर ; मिडिया की खबर के अनुसार मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में प्रसिद्द संत भय्यू जी महराज ने खुद को गोली मार ली। उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अभी तक न तो उनके परिजनों ने और न ही पुलिस ने घटना के कारणों का खुलासा किया है।
उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में भय्यू जी महाराज को अभी हाल ही में राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया था । कुछ दिनों पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें इस सरकारी ओहदे से नवाजा था. उन्होंने कई और संतों को राज्यमंत्री का दर्जा दिया है. मध्यप्रदेश सरकार के इस निर्णय को लेकर काफी विवाद भी हुआ था.
भय्यू जी महाराज का परिचय : बड़े बड़े नेताओं से था संपर्क
भय्यू महाराज का देश के दिग्गज राजनेताओं से संपर्क था. भय्यू महाराज का असली नाम उदय सिंह देखमुख है। वह शुजालपुर के जमींदार परिवार से ताल्लुक रखते वह कपड़ों के एक ब्रांड की मॉडलिंग भी कर चुके हैं। वह तलवारबाजी और घुड़सवारी का भी शौक रखते थे। भय्यू जी महाराज चर्चा में अन्ना आन्दोलन के समय आए थे क्योंकि वर्ष 2011 में उन्होंने ही तत्कालीन केंद्र सरकार के कहने पर अन्ना हजारे का अनशन खत्म करवाया था. उनके हाथ से ही जूस पी कर अन्ना ने उनके अपना अनशन तोड़ा था।
भय्यूजी ने इंदौर में सद्गुरु दत्त धार्मिक एवं परमार्थ ट्रस्ट की स्थापना की और धार्मिक कार्यों में जुट गए। भय्यूजी की यह संस्था महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में सामाजिक कार्य करती है। संस्था ने भूमि सुधार, पेयजल और बच्चों की शिक्षा के लिए काम किया है। इसके अलावा भय्यूजी की कई बार राजनीतिक सक्रियता भी देखने को मिली। उन्होंने संगठनों और सरकार के बीच मध्यस्थता का भी काम किया है।