पंजाबी कौम ने अपनी मेहनत से नये आयाम स्थापित किये हैं : प्रो. जगदीश मुखी
बुजुर्गों ने धर्म परिवर्तन की बजाए अपनी जान देना मुनासिब समझा : स्वामी धर्मदेव
पंजाबी समाज के तीन पार्षदों सहित प्रमुख हस्तियों को सम्मानित किया
गुरुग्राम : पंजाबी बिरादरी महासभा गुडग़ांव द्वारा आयोजित लोहडी मिलन कार्यक्रम में विशाल जनसमूह की भागीदारी से सभा के पदाधिकारी विशेष उत्साह में है। काम्यूनिटी सेंटर सैक्टर-4 गुरूग्राम के परिसर में आयोजित इस लोहडी मिलन समारोह में असम के राज्यपाल महामहिम प्रो. जगदीश मुखी मुख्य अतिथि थे। हरी मंदिर आश्रम पटौदी के संचालक महामण्डलेश्वर स्वामी धर्मदेव ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। समारोह में पहुंचने पर प्रो. जगदीश मुखी और स्वामी धर्मदेव का सभा के पदाधिकारियों द्वारा परम्परागत तरीके से पगडी पहनाकर स्वागत किया गया।
इस अवसर पर महामहिम राज्यपाल की धर्मपत्नी को भी सभा की ओर से सम्मानित किया गया। हरियाणा कला परिषद के रंग कर्मियों द्वारा पंजाबी नृत्य लोक संगीत भंगडा गिद्दा आदि प्रस्तुत किये गए। रॉयल पब्लिक स्कूल मदनपुरी के बच्चों ने भी पंजाबी लोक नृत्यों की प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया।
उपस्थित जनसमुदाय को लोहडी के पर्व की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए प्रो. जगदीश मुखी ने कहा कि पंजाबी कोम ने अपनी मेहनत और लग्र से कामयाबी के नये आयाम स्थापित किये हैं और देश के विभाजन के समय दस लाख पंजाबियों की शहादत की दूसरी कोई मिशाल दुनिया में देखने को नहीं मिलती। अपना सबकुछ लूटाने के बाद फिर से अपने आप को अपने पैरों पर खडा करने में छोटे से छोटा काम करने से भी परहेज नहीं किया और आज जीवन के हर क्षेत्र में कामयाबी हासिल की है। इस अवसर पर महामहिम प्रो. जगदीश मुखी ने पंजाबी बिरादरी महासभा गुडग़ांव को इस सफल आयोजन के लिए बधाई और शुभकामनाएं भी दी।
समारोह के अध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी धर्मदेव ने अपने सम्बोधन में विभाजन के समय में पंजाबी समाज द्वारा दी गई कुर्बानियों को याद किया और कहा कि सच्चे हिंदुस्तानी बने रहने के लिए हमारे बुजुर्गों ने धर्म परिवर्तन की बजाए अपनी जान देना मुनासिब समझा। स्वामी धर्मदेव ने आने वाली पीढी को इस कुर्बानी को याद रखने की नसहित दी और अपने बुजुर्गों एवं अपने माता पिता की सदा सेवा करने का आह्वान किया। महासभा के प्रधान डा. सुभाष खन्ना ने बताया कि किस तरह उन्होंने पंजाबी परिवारों और समाज को एकता के सूत्र में बांधने का प्रयास किया है और परिवार और समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने के सुझाव घर-घर पहुंचाने का काम किया है।
पंजाबी समाज को संगठित होकर काम करने की जरूरत : धर्मबीर गाबा
हरियाणा सरकार में पूर्व मंत्री और गुडग़ांव से चार बार विधायक चौ. धर्मबीर गाबा ने भी पंजाबी समाज को संगठित होकर काम करने की बात कही।
कमी है तो कौमी एकता की : अनुराग बख्शी
सभा के महामंत्री अनुराग बख्शी ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमारे बुजुर्गों ने अपने पुरषार्थ से शिक्षा, चिकित्सा, ज्ञान विज्ञान, उद्योग, व्यापार और हर क्षेत्र में देश नहीं दुनिया में नाम कमाया है। कमी है तो कोमी एकता की। जिस खामी को पूरा करने का पूरा प्रयास महासभा द्वारा किया जा रहा है। कार्यक्रम में गुरूग्राम के तीनों पार्षदों सीमा पाहुजा, मधु बतरा और कपिल दुआ को सम्मानित किया गया। साथ ही सरकार और प्रशासन में काम कर रहे पंजाबी समाज से जुडे अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया।
इनमें हरियाणा के एडिशनल आटोर्नी बलदेव सतीजा, खाद्दी ग्राम उद्योग बोर्ड की चेयरपर्सन गार्गी कक्कड, हरियाणा कला परिषद के अतिरिक्त मुख्य सलाहकार संजय भसीन, एचएसआईआईडीसी में निर्देशक रश्मि खेत्रपाल, एसडीएम गुरूग्राम भारत भूषण गोगिया, डीसीपी अशोक बख्शी, एसीपी महेंद्र सेठी को भी सभा की ओर से सम्मानित किया गया। इसके अलावा पिछले एक साल में सभा द्वारा आयोजित लगभग 25 नुक्कड सभाओं के संयोजकों और अलग-अलग बिरादरी के प्रधानों को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में गुरूग्राम के अलावा फरीदाबाद, सोहना, तावडू, पटौदी से भी बडी संख्या में लोगों ने भाग लिया। जिसमें नागेश मुखी, कृष्ण मुखी, सतीश खत्री, नरेंद्र चौधरी के नाम शामिल है।
कार्यक्रम में पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर गुडगंाव यशपाल बतरा, शशी दुआ, बंटी पाहुजा, राजेश सूटा, सुरेंंद्र खुल्लर, गिरीराज धींगडा, हरविंद्र कोहली, तिलकराज मल्होत्रा, दीवान दुरेजा, जयदयाल कुमार, गौरव कालरा, धर्मेंद्र बजाज, विजय वर्मा, कंवरभान वधवा, एचएस चावला, सोमनाथ विरमानी, देवराज आहुजा, बीडी पाहुजा, वाईके चुघ, संजय नुहानी, राजेश अरोडा, इंद्र अरोडा, मैन काइंड फार्मा के मैनेजिंग डायरेक्टर आरसी जुनेजा, ओम स्वीटस के एमडी ओमप्रकाश कथूरिया, पूर्णिमा बख्शी, बीआर सिकरी, पूनम भटनागर, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता रमन मलिक, तिलकराज सलूजा, सीबी मनचंदा, योगेश अरोडा आदि शामिल थे। सभा के महामंत्री अनुराग बख्शी के अनुसार आज के इस सफल समारोह में छह हजार से भी अधिक लोगों ने शिरक्त की और इस सफल आयोजन से निश्चित रूप से सभा को एक नई ताकत मिलेगी।