उन्होंने आरोप लगाया कि लालू के पास स्थिति स्पष्ट करने को कुछ भी नहीं है
सुभाष चौधरी /प्रधान संपादक
पटना : नितीश कुमार ने बिहार सीएम पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने राजभवन जाकर राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. राजभवन से बाहर आकर उन्होंने मीडिया से कहा कि मैंने अभी राज्यपाल से मिल कर अपना इस्तीफा सौंप दिया. उन्होंने कहा कि हमने २० माह सरकार चलाया है. गठबंधन धर्म को निभाया. काम करने की कोशिश की. सात निश्चय पर काम किया. शराब बंदी किया. कृषि विकास , बुनियादी ढांचा खड़ा किया. मैंने लालू जी स्थिति स्पष्ट करने को कहा था लेकिन लालू जी के पास कुछ कहने को नहीं है.
काम करने की कोशिश की. जितना संभव है हमने काम किया २० माह काम किया. जो चीजें उभर कर सामने आई. इस स्थिति में काम करना संभव नहीं है. हमने इस्तीफा नहीं माँगा. हमने कहा की जो आरोप लगे हैं उसका स्पष्टि करना दीजिये. आम जन की धारना को साफ़ करने के लिए कहा. लेकिन उन्होंने नहीं किया. मुझे लगा कि उनकी सोच और मेरी सोच अलग है. अब काम करना संभव नहीं है.
मेरी अंतर आत्मा की आवाज है कि अब इस स्थिति में काम करना संभव नहीं है. हमने लालू जी को साड़ी बात कह दी थी लेकिन नहीं किया गया. गठबंधन धर्म हमने निभाया. हमने लगा कि वो इस स्थिति में नहीं कि कुछ ख सकें. मेरे सामने सरकार चलाने का कोई आधार नहीं है.
उन्होंने कहा :
बिहार की जनता आज यही चर्चा कर रही है
हम जवाब देने की स्थिति में नहीं हैं.
सबके अपने रास्ते हैं
हमने पूरी मजबूती से सरकार चलाया
हमने कांग्रेस को भी सूचित कर दिया
हमने अपने विधायकों से भी बात की तब इस्तीफा दिया
अब हमारे लिए संभव नहीं था आगे बने रहना
अब पूरा परिदृश्य बदल गया
अब क्या होगा आगे देखते रहिये
अब अगर कुछ बिहार के पक्ष में होगा तो विचार करेंगे
हमें जो कुछ कहना था कह दिया
अब आगे की बात क्या परिस्थिति बनेगी उस पर निर्भर करेगा
उन्होंने कहा कि मैंने बार बार लालू जी से कहा कि आप स्थिति स्पष्ट करिए
लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया
उन्होंने कहा कि हमने नोट्बंदी का समर्थन किया और बेनामी संपत्ति पर कारवाई की मांग की थी
इस स्थिति में हम कैसे देश के सामने मुंह दिखाते ?
हमारे पास जनता को जवाब देने को कुछ नहीं बचा था.
हमने अपनी कार्यशैली व नैतिकता के कारण इस्तीफा दिया