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बाबा साहेब ने समाज के सबसे कमजोर वर्ग के हितों को सर्वोपरि रखकर संविधान का निर्माण किया: आफताब अहमद
शोषित तथा पिछड़े वर्ग के हितों के लिए कार्य करते रहे: आफतबा अहमद
यूनुस अलवी
मेवात:पूर्व मंत्री चौधरी आफताब अहमद ने कहा कि देश के हर नागरिक को जात-पात, धर्म-मजहब से ऊपर उठकर समाज व राष्ट्र के नव निर्माण के लिए कार्य करना चाहिए। यही हम सब के लिए भारत रतन बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। डॉ. बी.आर. अंबेडकर महान व्यक्तित्व के धनी थे।
पूर्व मंत्री ने कहा कि भारत रतन संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर ने समाज को दलितों के प्रति नया दृष्टिकोण दिया और जातिप्रथा तथा भेदभाव की परंपरा को मिटाने की दिशा में अहम योगदान दिया। उन्होंने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर से संबंधित अच्छी किताबें व उनके विचारों को अपने जीवन ग्रहण करना चाहिए। उनके जीवन से प्रेरणा लेते हुए स्वयं को मेहनत करते हुए एक देश, एक समाज की भावना के साथ रहना चाहिए। महान पुरूष हमेशा देश के लिए कार्य करते हैं। बाबा साहेब ने बेहतर तरीके से देश के लोगों के लिए कार्य किया। उन्होंने भारत देश को अपना संविधान दिया जिसमें हर नागरिक को बराबर अधिकार दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद देश की व्यवस्था को सही दिशा दिखाने में अपने संविधान की सबसे बड़ी जरूरत को डॉ. अंबेडकर ने दिन-रात मेहनत से पूरा किया।
चौधरी आफताब अहमद ने कहा कि आज केंद्र की सत्ता में व प्रदेश में ऐसी सरकार है जो बाबा साहेब के सिध्दांतों के अनुसार नहीं चलती है लेकिन हमें ऐसी सरकार की मंशा को कामयाब नहीं होने देना है।
उन्होंने देश के युवा वर्ग को संदेश दिया कि ’खुद उठो, दूसरों को उठाओ और शिक्षित बनों, संगठित होकर संघर्ष करो। भारत की विषमतावादी मानसिकता को समाप्त करने के लिए उन्होंने भरपूर प्रयास किया। भारतीय समाज की एकरूपता में उनका सराहनीय योगदान रहा है। समाजोत्थान के लिए उनके द्वारा किये गये कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
इस दौरान कांग्रेस नेता महताब अहमद,यादराम पूर्व तहसीलदार, जी एस मलिक, चंदन सिंह , रतन सिंह एडवोकेट,सिमा सिंघला चैयरमैन, विष्णु सिंघला, राजू मैम्बर, अरशद वाइस चैयरमैन, सरीता तंवर पार्षद, अंजुम पार्षद, जफरूददीन सहित सैंकड़ों लोग शामिल रहे।