फरीदाबाद को 130 करोड
फरीदाबाद: उधोगों को ढांचागत मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने के लिए फरीदाबाद के उधोगों के लिए 130 करोड और पूरे हरियाणा के लिए 248.5 करोड का प्रावधान रखा गया है। औधोगिक क्षेत्र में बिजली-पानी- सड़क, सीवरेज, परिवहन और एसटीपी प्लांट लगाने के लिए यह राशि दी जायेगी। यह कहना है, राज्य के उधोग एवं पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल का। गोयल यहां फरीदाबाद के उधोगिक संगठनों द्वारा आयोजित स्वागत समारोह के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इसके अलावा इस बार पुराने उधोगों की दशा सुधारने के लिए बजट में 1200 करोड का प्रावधान रखने की बात भी उन्होने कहीं। फरीदाबाद और पानीपत को डस्ट प्रूफ बनाने का लक्ष्य भी है।
एफआईए में फरीदाबाद के तमाम औधोगिक संगठनों के पदाधिकारियों द्वारा आयोजित बैठक में उधोग मंत्री विपुल गोयल का जोरदार स्वागत किया गया। जहां उधोगपतियों ने उन्हे अपनी समस्याएं बताई, वहीं उधोग मंत्री ने सरकार द्वारा उधोगों को बढ़ावा देने के लिए सरकारी की योजनाओं से अवगत कराया।
उधोग मंत्री विपुल गोयल ने बताया कि उधोगों को ढांचागत मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने के लिए फरीदाबाद के उधोगों के लिए 130 करोड और पूरे हरियाणा के लिए 248.5 करोड का प्रावधान रखा गया है। औधोगिक क्षेत्र में बिजली-पानी- सड़क, सीवरेज, परिवहन और एसटीपी प्लांट लगाने के लिए यह राशि दी जायेगी। उनका कहना है कि आगामी बजट में पुराने उधोगों को उबारने के लिए 1200 करोड का प्रावधान रखने की मांग की गई है। फरीदाबाद की बाईपास रोड को हाईवे का दर्जा दिया जा रहा है। नए उधोगों को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री पहले ही 30 साल तक पंचायती भूमि लीज पर लेने के लिए उधोगपतियों से आहवान कर चुके है। कई बड़े उधोगों को यहां लाने के लिए बातचीत चल रही है। पीपीपी के तहत स्कील डिवलपमैंट सेंटर खोले जा रहे है। इसमें अभी तक पांच हजार छात्र ही है और उनकी कोशिश है कि इस संख्या को बढ़ाकर एक लाख तक किया जायें। रोजगार परक शिक्षा मिलने से ऐसे युवकों को रोजगार मिलने में कोई परेशानी नहीं आयेगी। प्रदूषण की समस्या पर उन्होने कहा कि फरीदाबाद और पानीपत को डस्ट प्रूफ बनाने का लक्ष्य है। फरीदाबाद को एक बार फिर पुराने स्वरूप में लौटाने का उनका भरसक प्रयास है।