मुंबई : बीएमसी चुनाव में भाजपा व शिवसेना में किसी को भी बहुमत नहीं मिलने के बाद केन्द्रीय मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि बीएमसी पर नियंत्रण के लिए भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के पास हाथ मिलाने के अलावा और कोई चारा नहीं है।
गडकरी ने स्पष्ट किया कि चुनाव परिणाम से ऐसी स्थिति बनी है कि दोनों पार्टियों के लिए साथ आने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि इस बारे में अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ही लेंगे। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि दोनों परिपक्व नेता हैं और मैं आश्वस्त हूं कि वे सही निर्णय लेंगे।
गडकरी ने यह बात एक मराठी टीवी चैनल से कहा। उन्होंने उम्मीद जताई कि मुझे लगता है कि दोनों पार्टियों के नेता सूझबूझ और परिपक्वता का परिचय देते हुए निर्णय लेंगे। उन्होंने शिवसेना के मुखपत्र सामना में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर पिछले कुछ माह से निशाना साधाने की आलोचना की।
उन्होंने साफ किया कि अगर हमारे साथ दोस्ती रहेगी तब सामना में लिखी जा रही बातें नहीं लिखी जानी चाहिए। ऐसे में कैसे दोस्ती हो सकती है जब सामना रोजाना प्रधानमंत्री और हमारी पार्टी अध्यक्ष के बारे में अपमानजनक बातें अनावश्यक तौर पर लिखी जाती रहेंगी। गडकरी ने दावा किया कि भाजपा और शिवसेना के बीच इतनी कड़वाहट नहीं आई है कि इन चीजों से बचा नहीं जा सकता।
उन्होंने सलाह दी कि शिवसेना को ध्यान रखना चाहिए कि दोनों पार्टियों के बीच सामना के कारण संबंध खराब नहीं होने चाहिए।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में स्थानीय शहरी निकायों के चुनाव में भाजपा की जबर्दस्त जीत के एक दिन बाद गडकरी का यह बयान सामने आया है। भाजपा 10 में से आठ नगर निगमों में चुनाव जीत कर सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी है और बीएमसी चुनाव में शिवसेना के बाद दूसरे स्थान पर काबिज रही है।