मेवात में डीसी के खिलाफ पंचायत : सरकार से तबादले की मांग

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नूंह में प्रस्ताव पारित कर उपायुक्त को अल्पसंख्यक विरोधी बताया 

अल्पसंख्यक जिला में इन्हें उपायुक्त नहीं लगाने की मांग 

गांव सालाहेड़ी में केंद्रीय विद्यालय और गांव सगेल में सैनिक स्कूल खोला जाए

यूनुस अल्वी

मेवात: जिला मुख्यालय से मात्र 1 किलोमीटर दूर और मिनी सचिवालय के सामने बसे गांव सालोड़ी में बनने वाले केंद्रीय विद्यालय को प्रशासन द्वारा जिला मुख्यालय से 13 किलोमीटर दूर गांव सांगेल में बनाए जाने को लेकर मेवात के लोगों की रविवार को नुहं के गांधी पार्क में एक महापंचायत का आयोजन किया गया।

 

पंचायत में तीन प्रस्ताव पारित किए गए सबसे पहले गांव सालाहेड़ी में ही केंद्रीय विद्यालय बनाया जाए, दूसरे गांव सगेल में सैनिक स्कूल खोला जाए और मेवात उपायुक्त का तुरंत प्रभाव से तबादला किये जाने और उनको देश के किसी भी अल्पसंख्यक जिला में बतौर उपायुक्त ने लगाने का भी प्रस्ताव पारित किया गया। पंचायत ने सरकार को इन सभी मांगों के लिए 2 दिन का समय दिया है अगर 2 दिन के अंदर यह मांगे पूरी नहीं हुई तो हजारों की संख्या में मेवात के लोग मेवात जिला उपायुक्त के कार्यालय एवं मिनी सचिवालय का घेराव कर और धरना प्रदर्शन करेंगे। पंचायत में समाजसेवी बुद्धिजीवी वर्ग, खाफ व पलों के चौधरी और पूर्व विधायक सहित काफी प्रमुख लोग मौजूद थे ।
इस मौके पर समाजसेवी रमजान चौधरी ने कहा कि मेवात के उपायुक्त जबरदस्ती मेवात के भाईचारे को बिगाड़ ना चाहते हैं और पिछले 10 साल से जिला मुख्यालय से मात्र 1 किलोमीटर दूर गांव सलाहेडी में केंद्रीय विद्यालय प्रस्तावित था और यहां के 41 एकड़ जमीन भी केंद्रीय विद्यालय के नाम चढ़ी हुई है लेकिन उपायुक्त महोदय जिला मुख्यालय से करीब 13 किलोमीटर दूर जंगल में बसे सांगेल गांव में इस स्कूल को ले जाना चाहते हैं जिसे मेवात के लोग किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।
इस मौके पर समाजसेवी रमजान चौधरी ने पंचातय का प्रस्ताव पढकर सुनाया। पंचायत में मौजूद सभी लोगों ने पंचायत के प्रस्ताव का हाथ उठाकर अनुमोदन किया।

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