सुभाष चौधरी /The Public World
चंडीगढ़ : हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने नव गठित नायब सिंह सैनी सरकार की ओर से विधानसभा में बहुमत परीक्षण के लिए लाये गए प्रस्ताव की प्रासंगिकता पर सवाल खड़े किये . उन्होंने कहा कि आज इस सरकार को साढ़े 4 साल बाद फिर विश्वास मत हासिल करने की क्यों जरूरत पड़ी ? यह विचारणीय है. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि यह सरकार पहले ही जनता का विश्वास खो चुकी है जिसके बारे में पिछले सत्र में कांग्रेस पार्टी की ओर से सरकार के खिलाफ लाये गए अविश्वास प्रस्ताव के दौरान विस्तार से बात रखी गई थी. सरकार को विधानसभा भंग क्र राष्ट्रपति शासन में चुनाव करवाना चाहिए. उन्होंने यह कहते हुए पूछा कि अगर सब कुछ ठीक चल रहा था तो फिर भाजपा को प्रदेश में अचानक नेतृत्व परिवर्तन करने की क्यों जरूरत पड़ी ? पूर्व सीएम ने जेजेपी नेतृत्व पर यह कहते हुए हमला बोला कि यह कैसा लोकतंत्र है कि विधायकों से सदन की बैठक से बाहर रहने के लिए व्हिप जारी किया जाता है. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और जेजेपी के बीच यह आपसी समझौता है जिसे प्रदेश की जनता जानती है .
विश्वास मत का विरोध करते हुये पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2019 में 40 भाजपा के विधायक थे और अब 41 हैं . तब जेजेपी के साथ गठबंधन से सरकार बनाई गई. उन्होंने कहा कि उन्होंने तब ही इस गठबंधन को बेमेल और विना किसी नीति के बनाई गई सरकार कहा था . उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि तब भाजप कहती थी 75 पार और जे जे पी कहती थी भाजपा को यमुना पार करो. लेकिन जनहित नहीं केवल स्वार्थ सिद्ध करने के लिए गठबंधन कर सरकार बनाई गई जिसका कोई नीतिगत आधार नहीं था . उन्होंने सवाल किया कि तब जिस कोमन मिनिमम प्रोग्राम की बात की गई थी और उस कमिटी के चैयरमैन अनिल विज को बनाया गया था , उसका क्या हुआ ? आज तक वह प्रोग्राम सामने नहीं आया .
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आज बेरोजगारी में हरियाणा बेरोजगारी में नम्बर वन है. महिला सुरक्षा में नम्बर वन है जो नीति आयोग की रिपोर्ट से स्पष्ट है . उन्होंने कहा कि आज प्रदेश महंगाई और कानून व्सेयवस्था की बदहाल स्थिति से त्रस्त है . यह सरकारी आकंडे ही बताते हैं . उन्होंने कहा कि मनोहर लाल की सरकार साढ़े 4 साल में हर मामले में पूरी तरह विफल रही है .
श्री हुड्डा ने जोर देते हुए कहा कि “आज भी कह रहा हूं कि हरियाणा के लोगों के साथ धोखा हुआ है. तब भी मैंने कहा था कि बीजेपी और जेजेपी के साथ जो गठबंधन हुआ है वह बेमेल गठबंधन है। जेजेपी को कटघरे में खड़ा करते हुए उनका सवाल था कि यह कैसा लोकतंत्र है कि एक पार्टी अपने सदस्यों को कॉन्फिडेंस मोशन में अनुपस्थित होने के लिए ह्विप जारी कर रही है. उनका कहना था कि आप लोकतंत्र के साथ मजाक कर रहे हो. कल तक आप इस सरकार में शामिल थे और आज सदन से बाहर जा रहे हो , यह सरकार के साथ मिली भगत है। इस गठबंधन का पहले भी कोई आधार नहीं था और इस सरकार का बने रहने का आज भी कोई आधार नहीं है.
मालूम था सबको एक दिन बेवफा यार बदलेंगे
नाटक वही रहेगा, किरदार बदलेंगे,
तुम CM बदलते रहना, हम एक दिन पूरी सरकार बदलेंगे…आज हरियाणा विधानसभा में… pic.twitter.com/kTfoMhL9jS
— Bhupinder S Hooda (@BhupinderShooda) March 13, 2024
विपक्ष के नेता ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से कहा कि आप पिछली सरकारों के नक्शे कदम पर नहीं चलना क्योंकि हरियाणा डूब चुका है। हरियाणा पर कुल कर्ज 4 लाख 51 हजार करोड़ हो गया है। उन्होंने यह कहते हुए आशंका व्यक्त की कि नायब सिंह सैनी को उसी तरह अस्थाई मुख्यमंत्री बनाया गया है जैसे क्रिकेट में नाइट वॉचमैन होता है .
उन्होंने कहा कि सरकार को विधानसभा भंग कर राष्ट्रपति शासन में जनता के बीच चुनाव के लिए जाना चाहिए। कांग्रेस नेता ने विधानसभा अध्यक्ष से विश्वास मत पर सीक्रेट वोटिंग करवाने की मांग की।
सरकार के विश्वास मत का विरोध करते हुए चर्चा में विपक्ष की ओर से बेरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ रघुबीर सिंह कादियान ने सरकार पर हमला बोला. कांग्रेस पार्टी की ओर से चर्चा में शामिल होने वालों में राव दान सिंह कांग्रेस विधायक, नीरज शर्मा कांग्रेस विधायक , शमशेर सिंह गोगी कांग्रेस विधायक , गीता भुक्कल कांग्रेस विधायक, बीबी बत्रा कांग्रेस विधायक , बल राज कुंडू कांग्रेस विधायक और आफताब अहमद कांग्रेस विधायक ने भाजपा सरकार कू हर मोर्चे पर नाकाम बताया और राष्ट्रपति शासन लागू कर विधानसभा भंग करते हुए चुनाव करवाने की मांग की .