राहुल गांधी ने कहा : अडानी समूह मामले में उठाये गए सवालों की जांच जेपीसी से करवाएं

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मुंबई/नई दिल्ली :  कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष व लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने आज अडाणी समूह विवाद मामले पर प्रेसवार्ता कर इसकी जांच जेपीसी से करवाने की मांग की . उन्होंने कहा कि देश में कुछ दिनों में जी 20 (G20) की बैठक होने वाली है और दुनिया के 20 देशों के प्रमुख आने वाले हैं जो भारत की स्थिति के बारे में बात करेंगे । ऐसे समय में भारत जैसे देश के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण बात है कि हमारी आर्थिक स्थिति और यहां संचालित होने वाले व्यवसायों में समान अवसर और पारदर्शिता हो। उन्होंने कहा कि आज सुबह दो वैश्विक वित्तीय अखबारों ने एक बेहद अहम सवाल उठाते हुए अडानी समूह की ओर से शेयर में गड़बड़ियों का खुलासा किया है। अखबार ने उनके पास सम्बंधित पत्र होने का दावा किया है. ये कोई रैंडम समाचार पत्र नहीं हैं। ये समाचार पत्र भारत में निवेश और शेष विश्व में भारत के बारे में धारणा को प्रभावित करते हैं।

 

राहुल गांधी ने जोर देते हुए कहा यह बहुत महत्वपूर्ण है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना नाम और स्थिति स्पष्ट  करें और बताएं कि इस मामले में क्या चल रहा है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर कम से कम JPC की अनुमति दी जानी चाहिए और गहन जांच होनी चाहिए। उन्होंने दो अंतर्राष्ट्रीय अखबारों का हवाला देते हुए कहा कि मुझे समझ नहीं आ रहा कि प्रधानमंत्री जांच क्यों नहीं करवा रहे हैं? वे चुप क्यों हैं और जो लोग ज़िम्मेदार हैं क्या उन्हें सलाखों के पीछे डाल दिया गया है? G20 नेताओं के यहां आने से ठीक पहले यह प्रधानमंत्री पर बहुत गंभीर सवाल उठा रहा है… यह महत्वपूर्ण है कि उनके (G20 नेताओं) आने से पहले इस मुद्दे को स्पष्ट किया जाए।

 

मुंबई में अडाणी समूह विवाद पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा पहला सवाल यह उठता है कि- ये किसका पैसा है? ये अडानी का पैसा है या किसी और का है? इसके पीछे के मास्टरमाइंड विनोद अडानी नामक एक सज्जन हैं जो गौतम अडानी के भाई हैं। पैसे की इस हेरा-फेरी में दो अन्य लोग भी शामिल हैं। एक सज्जन हैं जिनका नाम नासिर अली शाबान अहली है और दूसरे एक चीनी सज्जन हैं जिनका नाम चांग चुंग लिंग है। तो, दूसरा सवाल उठता है कि- इन दो विदेशी नागरिकों को उन कंपनियों में से एक के मूल्यांकन के साथ खेलने की अनुमति क्यों दी जा रही है जो लगभग सभी भारतीय बुनियादी ढांचे को नियंत्रित करती है।

राहुल गांधी ने कहा कि अडानी समूह रक्षा क्षेत्र में काम करता है इसलिए यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुदा मामला भी है . इसलिए इसकी जांच करवानी चाहिए . उन्होंने कहा कि इसमें प्रथम दृष्टया तो लगता है कि गड़बड़ियाँ हुईं हैं .

राहुल गांधी बोले “जी20 के नेताओं के यहां आने से ठीक पहले, वे पूछ रहे होंगे कि यह कौन सी विशेष कंपनी है जिसका स्वामित्व प्रधानमंत्री के करीबी सज्जन के पास है और भारत जैसी अर्थव्यवस्था में इस सज्जन को इतनी छूट क्यों दी जी रही है .

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