- डीसी निशांत कुमार यादव ने लिया फाइनल ड्राफ्ट को मंजूरी के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजने का निर्णय
- नगर निगम गुरुग्राम में बनाए गए 36 वार्ड
गुरूग्राम, 14 अगस्त। नगर निगम गुरुग्राम की वार्डबंदी के लिए गठित एडहॉक कमेटी के सुझावों व एतराजों पर अमल करते हुए नगर निगम गुरुग्राम की वार्डबंदी का खाका तैयार हो गया है। फाइनल ड्राफ्ट की मंजूरी का प्रस्ताव सोमवार 14 अगस्त को ही सरकार के पास भेज दिया जाएगा। यह जानकारी डीसी निशांत कुमार यादव ने सोमवार को लघु सचिवालय में वार्डबंदी को लेकर गठित एडहॉक कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। इस बैठक में एडीसी हितेश कुमार मीणा सहित कमेटी के अन्य सदस्यों ने भाग लिया।
डीसी निशांत कुमार यादव ने कमेटी के सदस्यों को बताया कि
जुलाई माह में एडहॉक कमेटी की बैठक में कमेटी के सदस्यों से मिले सुझावों व एतराजों के आधार पर वार्डबंदी को फाइनल टच देते हुए आवश्यक बदलाव किए गए हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा म्युनिसिपल एक्ट में किए गए बदलावों के तहत परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) व इलेक्शन डेटा को आधार मानते हुए नगर निगम गुरुग्राम को 36 वार्ड में विभाजित किया गया है। डीसी ने कहा कि गुरुग्राम नगर निगम की वार्डबंदी में प्रत्येक वार्ड में 40 हजार की जनसंख्या को एवरेज संख्या माना गया है। जिसमें 20 प्रतिशत के उतार चढ़ाव के साथ यह संख्या कम से कम 32 हजार व अधिकतम 48 हजार के करीब रहेगी। बैठक में सभी सदस्यों के फाइनल ड्राफ्ट पर सहमति हस्ताक्षर करने उपरांत डीसी निशांत कुमार यादव ने संबंधित अधिकारियों को ड्राफ्ट को आज ही सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजने के निर्देश दिये।
बैठक के दौरान कमेटी के सदस्यों को एक पीपीटी के माध्यम से वार्डबंदी के दौरान अपनाई गई प्रक्रिया की जानकारी भी दी गई जिसमें बताया गया कि प्रत्येक वार्ड में पीपीपी व इलेक्शन डेटा का आकलन करते हुए जिस वार्ड में पीपीपी की संख्या ज्यादा है वहाँ पीपीपी को जनसंख्या का आधार माना गया है। वही इलेक्शन डेटा में 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ यदि वह संख्या पीपीपी से ज्यादा होती है तो वहां इलेक्शन डेटा को वार्डबंदी का आधार बनाया गया है।
इस अवसर पर गुरुग्राम के पूर्व मेयर विमल यादव, निवर्तमान डिप्टी मेयर सुनीता यादव, यशपाल बत्रा, भूपेंद्र चौहान, रंजीत सिंह, नगर निगम गुरुग्राम के एडिशनल कमिश्नर रोहताश बिश्नोई, निगम के संयुक्त आयुक्त डॉ नरेश, एटीपी सिद्धार्थ खंडेलवाल
सहित नगर निगम गुरुग्राम के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।