युवाओं के रोजगार और औद्योगिक विकास के प्रति हरियाणा सरकार प्रतिबद्ध : मुख्य सचिव

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हरियाणा सरकार और यूएनडीपी द्वारा संयुक्त रूप से किया गया कार्यशाला का आयोजन

संजीव कौशल ने गतिशील और समृद्ध भविष्य के लिए राज्य के दृष्टिकोण पर डाला प्रकाश

नई दिल्ली, 24 जुलाई : हरियाणा के सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) विजन 2030 की सफलता से प्रेरणा लेते हुए राज्य सरकार अब हरियाणा @ 2047 विजन को तैयार करने पर कार्य कर रही है। हरियाणा @ 2047 विजन डॉक्यूमेंट में शिक्षा सुधार, आर्थिक विकास और स्वास्थ्य सुविधाओं सहित कई प्रमुख बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए अगले 25 वर्षों में राज्य के विकास का रोडमैप तैयार किया जाएगा।

मुख्य सचिव संजीव कौशल की अध्यक्षता में आज चंडीगढ़ में हरियाणा सरकार और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) द्वारा संयुक्त रूप से एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह पहल राज्य की विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

कार्यशाला को संबोधित करते हुए संजीव कौशल ने कहा कि राज्य सरकार हरियाणा के युवाओं के लिए पर्याप्त रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए प्रतिबद्ध है। हरियाणा में औद्योगिक-अनुकूल राज्य बनने की अपार संभावनाएं हैं और राज्य आज आर्थिक विकास व समृद्धि की दृष्टि से कई अन्य राज्यों के मुकाबले आगे बढ़ रहा है। हरियाणा में सरकार द्वारा किए गए अथक प्रयास एक गतिशील और प्रगतिशील भविष्य, व्यवसायों और वर्कफोर्स के विकास के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के उसके दृष्टिकोण को दर्शाते हैं।

श्री कौशल ने कहा कि आज की बैठक हरियाणा @2047 विजन को तैयार करने की प्रक्रिया को समझने, एक रूपरेखा स्थापित करने और आगामी ठोस कदमों को औपचारिक रूप देने के लिए आयोजित की गई है। इस अग्रणी प्रयास में आंतरिक हितधारकों और बाह्य संस्थाओं जैसे शिक्षा जगत, युवा, उद्योग, मीडिया और सिविल सोसायटी के बीच सामंजस्य और सहयोगात्मक वातावरण स्थापित करना शामिल है। यह बैठक हितधारकों के लिए हरियाणा के भविष्य पर अपने विचार और दृष्टिकोण साझा करने का एक अहम मंच है।

हरियाणा ने सतत विकास लक्ष्यों में की महत्वपूर्ण प्रगति, एसडीजी इंडिया इंडेक्स में राज्य की रैंकिंग में हुआ सुधार

यूएनडीपी इंडिया के उत्तरी क्षेत्र प्रमुख श्री विकास वर्मा ने बताया कि हरियाणा ने हाल के वर्षों में विभिन्न सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) पर महत्वपूर्ण प्रगति की है। राज्य ने एसडीजी इंडिया इंडेक्स पर अपनी रैंकिंग में 18 से 14 तक सुधार किया है और इसका स्कोर 67 से बढ़कर 57 हो गया है। उन्होंने बताया कि हरियाणा ने वर्ष 2047 के लिए एक परिवर्तनकारी विजन की कल्पना की है, जिसमें महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए जाएंगे और विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय लक्ष्यों की प्राप्ति होगी। इस दृष्टिकोण की कुछ प्रमुख विशेषताओं में शिशु मृत्यु दर (आईएमआर) को कम करना शामिल है, जो एसडीजी 3 (बेहतर स्वास्थ्य और कल्याण) की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति को दर्शाता है। इसके अतिरिक्त, राज्य का लक्ष्य 5 साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर (यू5 एमआर) 20 हासिल करना है, जो स्वास्थ्य देखभाल परिणामों में सुधार के प्रति उनके समर्पण को दर्शाता है।

इसके अलावा, हरियाणा का लक्ष्य अपने सभी निवासियों को पाइप से पानी उपलब्ध कराना और शत-प्रतिशत अपशिष्ट को रिसाइकल करके वायु प्रदूषण को कम करके प्रदूषण मुक्त वातावरण बनाना है, जो पर्यावरण-अनुकूल प्रथाओं के प्रति राज्य की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।

आर्थिक विकास और समृद्धि के मामले में हरियाणा का बेरोजगारी को खत्म करने और एक प्रमुख आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभरते हुए 500 बिलियन अमरीकी डॉलर की उल्लेखनीय जीडीपी हासिल करने का प्रयास है। 10,000 अमेरिकी डॉलर की प्रति व्यक्ति आय का लक्ष्य तय करना अपने नागरिकों के जीवन स्तर को बढ़ाने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इसके अलावा, हरियाणा कृषि को बढ़ावा देकर रिकॉर्ड कृषि उत्पादन हासिल करने के लिए समर्पित है।

सामाजिक मुद्दों को ध्यान में रखते हुए राज्य का लक्ष्य एनीमिया और कुपोषण को खत्म करना, व्यापक स्वास्थ्य कवरेज, शत-प्रतिशत साक्षरता और पूर्ण लैंगिक समानता सुनिश्चित करना तथा सभी नागरिकों को सशक्त बनाना है। हरियाणा सभी निवासियों के लिए 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार का प्रयास अपराधों में कमी लाते हुए एक सुरक्षित समाज को बढ़ावा देकर अपने नागरिकों के लिए सुरक्षित और सामंजस्यपूर्ण वातावरण कायम करना है।

यूएनडीपी इंडिया की डिप्टी रेजिडेंट रिप्रेजेंटेटिव सुश्री लाज़िमा ओंटा भट्टा ने कहा कि हरियाणा 2047 विजन वर्कशॉप राज्य के लिए एक मंच पर आने और अपने भविष्य के लिए रोडमैप तैयार करने का एक अनूठा अवसर है।

बैठक में वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, वित्त विभाग के सचिव  पंकज, प्रौद्योगिकी सूचना, पूर्वानुमान और मूल्यांकन परिषद (टीआईएफएसी), विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, केंद्र सरकार के फॉर साइट एवं विजन प्रभाग के हेड डॉ. गौतम गोस्वामी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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