अगरतला में ‘जीएसटी भवन’ : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किया उद्घाटन

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नई दिल्ली : केंद्रीय वित्त और कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने अगरतला, त्रिपुरा में ‘जीएसटी भवन’ का उद्घाटन किया, जो कि सीबीआईसी के तहत सीजीएसटी, सीएक्स और सीमा शुल्क कार्यालय, अगरतला, गुवाहाटी जोन के लिए एक परियोजना है।

जीएसटी भवन अगरतला शहर के मध्य में स्थित एक कार्यालय परिसर है। यह परियोजना अगरतला के सबसे पसंदीदा स्थानों में से एक अहम स्थल पर स्थित है। यह परियोजना मंत्री बारी रोड, अगरतला में स्थित है और सभी करदाताओं तक इसकी त्वरित एवं अत्‍यंत आसान पहुंच है। यह नव निर्मित अगरतला हवाई अड्डा परिसर से लगभग 10 किमी की दूरी पर स्थित है। ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के दौरान ‘अमृत काल’ में इस परियोजना का उद्घाटन निश्चित रूप से ‘नए भारत’ की ताकत को दर्शाता है।

इस कार्यक्रम के दौरान सचिव, राजस्व विभाग, वित्त मंत्रालय संजय मल्होत्रा; अध्यक्ष, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी)  विवेक जौहरी; सदस्य, सीबीआईसी संजय कुमार अग्रवाल; सदस्य, सीबीआईसी आलोक शुक्ला; मुख्य आयुक्त सीजीएसटी, सीएक्स और सीमा शुल्क, गुवाहाटी जोन योगेन्द्र गर्ग; सीबीआईसी के वरिष्ठ अधिकारीगण, सीजीएसटी और सीमा शुल्क विभाग, गुवाहाटी जोन के अधिकारीगण और कर्मचारीगण उपस्थित थे।

इस अवसर पर उपस्थित सम्मानित गणमान्‍यजनों को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी भवन के उद्घाटन पर त्रिपुरा के लोगों को बधाई दी। उन्होंने बेहतरीन अवसंरचना के महत्व पर जोर दिया, जिसका उपयोग करदाताओं को बेहतर तरीके से सेवा प्रदान करने के लिए किया जा सकता है, जिसके परिणामस्वरूप राजस्व संग्रह बढ़ेगा। इस भवन से आम नागरिकों को यहां आने के बाद जीएसटी संबंधी मामलों में सुविधाजनक माहौल मिलेगा। इससे आम जनता तक अधिकारियों की पहुंच बढ़ जाएगी। अपने संबोधन के दौरान वित्त मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि जीएसटी के लागू होने के बाद त्रिपुरा के लिए राजस्व सृजन बेहद अनुकूल रहा है। जीएसटी के लागू होने से पहले त्रिपुरा को वित्त वर्ष 2016-17 में केंद्रीय बिक्री कर (सीएसटी) के रूप में केवल 4.21 करोड़ रुपये प्राप्त हुए थे, जबकि इस राज्य ने वित्त वर्ष 2022-23 में अंतर-राज्य व्यापार से 982.50 करोड़ रुपये का आईजीएसटी एकत्र किया। इसके अलावा, जीएसटी भवन का उद्घाटन हो जाने के साथ ही लोगों को जीएसटी के लाभों के बारे में जागरूक करने और अधिक-से-अधिक लोगों को नामांकन के लिए प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार के साथ मिलकर लोगों से संपर्क साधना अत्‍यंत महत्वपूर्ण हो गया है।

राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा ​​ने कहा कि संबंधित अवसंरचना बेशक अत्‍यंत महत्वपूर्ण है, लेकिन इसे बनाना अपेक्षाकृत आसान है। इससे भी अधिक कठिन कार्य इसका रखरखाव करना और यह सुनिश्चित करना है कि इसका उपयोग प्रभावकारी ढंग से किया जाए।

सीबीआईसी के अध्यक्ष विवेक जौहरी ने कहा कि सरकार अधिकारियों और व्यापार दोनों ही के लिए अच्छा कामकाजी माहौल सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि यह पूर्वोत्तर में दूसरा जीएसटी भवन है और 3 अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में जीएसटी भवनों के प्रस्ताव फि‍लहाल अनुमोदन या मंजूरी के विभिन्न चरणों में हैं।

योगेन्द्र गर्ग, मुख्य आयुक्त सीजीएसटी और सीमा शुल्क, गुवाहाटी ने कहा कि जीएसटी भवन अगरतला सीजीएसटी आयुक्तालय द्वारा बेहतर करदाता सेवाएं प्रदान करने की आवश्यकता को पूरा करेगा क्योंकि करदाताओं की संख्या जीएसटी-पूर्व केवल 1,734 से जीएसटी के 6 वर्षों में बढ़कर 12,500 से भी अधिक हो गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि वित्त मंत्री के निर्देशानुसार जीएसटी जन संपर्क कार्यक्रम इस नए कार्यालय के साथ-साथ ऑफसाइट दोनों ही जगह आयोजित किए जाएंगे।

कोविड-19 की दो लहरों से संबंधित कार्यों के काफी प्रभावित होने के बावजूद और समझौते की निर्धारित समयसीमा के भीतर यह परियोजना तय समय पर पूरी हो गई। इस परियोजना पर 28 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। 0.71 एकड़ के इस प्लॉट का निर्मित क्षेत्र 3,000 वर्ग मीटर या 32,300 वर्ग फुट है। इस प्रकार निर्माण की औसत लागत 93,333/- रुपये प्रति वर्ग मीटर या 8,668 रुपये प्रति वर्ग फुट आंकी गई। सर्वोत्तम संभव सुविधाओं और सर्वोत्तम ब्रांडेड फिटिंग के बावजूद 8,668 रुपये प्रति वर्ग फुट की लागत अगरतला में निर्माण की औसत लागत से बहुत कम है। कार्यालय के कमरे हवादार, अच्छी तरह हवादार और कम ऊर्जा खपत वाली रोशनी से सुसज्जित हैं। सीजीएसटी अगरतला आयुक्तालय बनाया गया और वर्ष 2017 से किराये की एक इमारत में इसने काम करना शुरू किया था, जो शुरू में लेनिन सरानी, जैक्सन गेट बिल्डिंग, अगरतला, त्रिपुरा में स्थित थी। सीमा शुल्क प्रभाग और ऑडिट सर्कि‍ल भी अगरतला में किराये के अन्य भवनों में संचालित किए जा रहे थे।

सीजीएसटी भवन के प्रस्ताव को जुलाई 2019 में सीपीडब्ल्यूडी द्वारा निर्माण के लिए मंजूरी दी गई थी। 0.71 एकड़ भूमि, जिसका चयन भवन के निर्माण के लिए किया गया था, सीमा शुल्क प्रभाग, अगरतला के स्वामित्व में थी। इमारत लगभग 28 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुई और दिसंबर 2022 में सीपीडब्ल्यूडी द्वारा यह इमारत सौंप दी गई। इस इमारत का कुल क्षेत्रफल लगभग 3,000 वर्ग मीटर है।

यह इमारत भूतल सहित कुल 8 मंजिल हैं। परिसर और इमारत को बाहर, अंदर तथा छत पर गमले में लगे पौधों से सजाया गया है। इस इमारत में ध्वज फहराने वाले दो खंभे हैं, एक भूतल पर है और एक छत पर है। इस इमारत में विशेष भूमिगत केबलों द्वारा संचालित 11 केवीए ट्रांसफार्मर है और बिजली जाने की स्थिति से निपटने के लिए एक डीजी सेट भी है। दिव्यांगजनों के लिए भवन के प्रवेश द्वार तक एक रैंप है और प्रवेश द्वार पर एक स्वागत कक्ष है। भूतल पर अधिकारियों के लिए एक विशेष कैंटीन है। इसके अलावा भूतल पर मालखाना, शयनकक्ष और सेवा केंद्र स्थित हैं। अधिकारियों और आगंतुकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए 02 लिफ्ट उपलब्ध कराई गई हैं। सम्मेलन कक्ष दूसरी मंजिल पर स्थित है। पहली, दूसरी और तीसरी मंजिल पर सीजीएसटी आयुक्तालय कार्यालय है। ऑडिट सर्कि‍ल और सीमा शुल्क प्रभाग चौथी मंजिल पर हैं और सीमा शुल्क प्रभाग पूरी पांचवीं मंजिल पर स्थित है। अतिथि गृह 6वीं मंजिल पर और सभागार 7वीं मंजिल पर स्थित हैं। अगरतला में अग्निशमन प्रणाली और पूर्व चेतावनी प्रणाली सर्वोत्तम गुणवत्ता वाली हैं। लगभग हर मंजिल पर एक महिला शौचालय और वाटर फिल्टर है।

सीबीआईसी पूरे भारत में विभाग और कर्मचारियों के लिए बुनियादी ढांचा या अवसंरचना परियोजनाओं को विकसित करने के लिए निरंतर अथक प्रयास कर रहा है।

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