बिहार में सुरक्षा के बहाने राजनीति साधने की जुगत : उपेंद्र कुशवाहा को मिली जेड श्रेणी की सुरक्षा

Font Size

नई दिल्ली /पटना : बिहार में क्षेत्रीय दलों के नेताओं की सुरक्षा बढ़ाने के बहाने राजनीतिक फार्मूले तैयार करने की जुगत शुरू हो चुकी है. माना जा रहा है कि भाजपा नेतृत्व, आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर अभी से अपने लिए जमीन तैयार करने में जुट गया है. प्रदेश के कई नेताओं को केंद्र सरकार की ओर से जेड और वाई श्रेणी की सुरक्षा देने की खबर ने नए राजनीतिक समीकरण के संकेत दिए हैं । खबर है कि जनता दल यूनाइटेड से अलग होने वाले उपेंद्र कुशवाहा को भी केंद्र सरकार की ओर से पहले वाई प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी गई थी जिसे अब और सख्त करते हुए जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने का फैसला लिया गया है।

 

मीडिया की खबरों के अनुसार राष्ट्रीय लोक जनता दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. कहा जा रहा है कि इंटेलिजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट में उनको खतरे होने के कुछ संकेत मिलने के बाद कुशवाहा को जेड श्रेणी की सुरक्षा देने का निर्णय लिया गया।

 

खबर में कहा गया है कि आर एल जे डी प्रमुख कुशवाहा को सीआरपीएफ कमांडो जेड श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराएंगे. उनके लिए यह सुरक्षा बिहार और दिल्ली में उपलब्ध होगी। उनके घर पर भी हथियारबंद गार्ड और 6 पी एस ओ 24 घंटे तैनात रहेंगे जबकि 12 सशस्त्र एस्कॉर्ट कमांडो भी तीन ट्रेंड ड्राइवर के साथ उनकी सुरक्षा में रहेंगे ।

 

जनता दल यूनाइटेड से अलग होने के बाद उपेंद्र कुशवाहा को लेकर पहले से ही संभावना जताई जा रही थी कि उनके कदम एक बार फिर एनडीए यानी भाजपा की ओर बढ़ सकते हैं। उन्होंने गत फरवरी माह में ही जनता दल यूनाइटेड से अपना संबंध विच्छेद कर नई पार्टी आरएलजेडी का गठन किया था।

 

उल्लेखनीय है कि इससे पहले बिहार में लोजपा रामविलास पासवान की पार्टी के नेता चिराग पासवान को भी केंद्र सरकार ने जेड श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई थी जबकि विकासशील इंसान पार्टी के नेता मुकेश साहनी को वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। सुरक्षा मुहैया कराने के फैसले को लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर बेहद अहम माना जा रहा है। हालांकि इसका असर 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिल सकता है.

You cannot copy content of this page