बैठक कर उपायुक्त को प्रधानमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
गुडग़ांव (अशोक): परियोजनाकर्मियों के राष्ट्रीय संगठनों के आह्वान पर शुक्रवार को अंगनवाडी वर्कर्स एंड हेल्पर्स, आशा वर्कर्स तथा मिड डे मील वर्कर्स यूनियन की महिला सदस्यों ने हड़ताल कर कमला नेहरु पार्क में बैठक का आयोजन कर उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री के नाम उपायुक्त को ज्ञापन भी सौंपा।
बैठक को संबोधित करते हुए आशा वर्कर्स की प्रधान मीरा देवी, आंगनवाड़ी की प्रधान सरस्वती देवी, मिड डे मील यूनियन की प्रधान मूर्ति देवी ने कहा कि केंद्र तथा राज्य सरकार आम जनता, मजदूर, किसान, महिला विरोधी है। परियोजनाओं में लगी कार्यकर्ता देश व समाज में गर्भवती व कुपोषित महिलाओं, शिशुओं, बच्चों तथा कमजोर लड़कियों की शिक्षा तथा स्वास्थ्य को बनाए रखने में अभूतपूर्ण योगदान दे रही हैं, लेकिन केंद्र सरकार ने सत्ता पर काबिज होते ही इन परियोजनाओं के बजट को आधा करते हुए मुनाफा कमाने वाले एनजीओ तथा निजी कंपनियों के हवाले करने जा रही है, जो उन्हें बिलकुल भी स्वीकार नहीं है।
सीटू के कामरेड एसपी त्यागी, सतवीर सिंह, एस एल प्रजापति, सुरेश नोहरा, कंवर लाल यादव, ओमवीर शर्मा, संजय सैनी, श्रीभगवान यादव, एसए खान, उषा सरोहा, ओमवती, दिनेश अवस्थी, दिनेश, दया राम, राजेंद्र सरोहा ने परियोजनाकर्मियों को आश्वस्त किया कि वे उनके आंदोलन में पूरी तरह से साथ हैं।
परियोजना कार्यकर्ता शहर में प्रदर्शन करते हुए उपायुक्त कार्यालय पर पहुंचे और ज्ञापन सौंपा। उपायुक्त को सौंपे गए ज्ञापन में मांग की गई है कि बजट आवंटन को बढ़ाकर कम से कम 36 हजार करोड़ रुपए किया जाए, ताकि सभी सुविधाएं परियोजनाकर्मी आम जनता को उपलब्ध करा सकें, परियोजनाओं का निजीकरण न किया जाए, इनमें लगी कार्यकर्ताओं को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए और उन्हें 1800 रुपए प्रतिमाह वेतन दिया जाए, सेवानिवृत होने पर 3 हजार रुपए प्रतिमाह पैंशन दी जाए, 45वें श्रम सम्मेलन की सिफारिशों को तुरंत लागू किया जाए। प्रदर्शन में शामिल परियोजना कार्यकर्ता अपनी मांगों को लेकर जबरदस्त नारेबाजी कर रही थी।