– विधायक सत्यप्रकाश जरावता ने किया जिलास्तरीय गीता महोत्सव के दूसरे दिन का शुभारंभ
– शंखनाद व स्वस्तिवाचन के साथ हुई गीता महोत्सव के दूसरे दिन की शुरुआत
– वीणा राजमोहन ने गीता के सार पर आकर्षक प्रस्तुति दी तो नुसरत खान ने भारत देश की महानता का किया गुणगान
गुरुग्राम, 3 दिसंबर। गीता जयंती महोत्सव के दूसरे दिन की शुरुआत शंखनाद व स्वस्तिवाचन के साथ की गई। आजादी के अमृत महोत्सव व गीता थीम के साथ पटौदी के विधायक सत्यप्रकाश जरावता द्वारा गीता जयंती महोत्सव के दूसरे दिन का आगाज किया गया। सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग व जिला प्रशासन गुरुग्राम की संयुक्त भागीदारी के साथ आयोजित किए जा रहे गीता जयंती महोत्सव में आज वीणा राजमोहन तथा उनकी टीम ने गीता के सार पर आधारित आकर्षक प्रस्तुति दी वही नुसरत खान ने भारत देश की महिमा का गुणगान अपनी परफॉर्मेंस में किया।
गीता महोत्सव की ओवरऑल इंचार्ज जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनु ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। पटौदी के विधायक सत्यप्रकाश जरावता ने गीता जयंती महोत्सव में लगाई गई स्टाल का अवलोकन करते हुए स्टाल संचालकों से उनकी स्टाल के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस दौरान उनके साथ कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
सांस्कृतिक मंच का शुभारंभ गीता के श्लोक व मंत्रोचारण के साथ किया गया। आज आयोजित महोत्सव में आमजन द्वारा भी बढ़ चढ़ कर भाग लिया गया। गीता जयंती महोत्सव-2022 पूर्ण रूप से गीता के 18 अध्यायों व उनकी शिक्षाओं पर आधारित है जिसमें आमजन को गीता पर आधारित बेहतरीन प्रस्तुति देखने को मिल रही है।
गीता जयंती महोत्सव में इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की दी गई प्रस्तुतियां :
गीता महोत्सव में वीणा राजमोहन व उनकी टीम ने अपनी प्रस्तुति से पूरे वातावरण को आध्यात्म व भारतीय संस्कृति से सराबोर कर दिया। उन्होंने गीता के सार पर अपनी प्रस्तुति देकर उपस्थित दर्शकों को भावविभोर कर दिया। इस प्रस्तुति के माध्यम से उन्होंने गीता के संदेश को बहुत ही सरल तरीके से समझाया। इस प्रस्तुति में मानव जीवन के लिए गीता के महत्व, मोह माया से दूर रहना, नारी का सम्मान करना तथा मानवता का संदेश देने सहित गीता के मुख्य अंशो को दर्शाया गया था।
इसके अलावा, महोत्सव में सालवान पब्लिक स्कूल की छात्रा माही तेवतिया ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। इसी प्रकार, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय टिकली के विद्यार्थियों द्वारा हरियाणवी नृत्य प्रस्तुत किया गया जिसमें गीता जयंती महोत्सव के लिए लोगों को खुले दिल से निमंत्रण दिया गया। इसी विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा नशा मुक्ति पर आकर्षक प्रस्तुति दी गई जिसमें जिला वासियों विशेषकर युवाओं को नशे से दूर रहने की सलाह दी गई। महोत्सव में प्रख्यात कलाकार नुसरत खान द्वारा ‘हमारा भारत देश महान- तिरंगे झंडे की पहचान’ पर देशभक्ति प्रस्तुति दी गई। इसके अलावा, कलाकारों द्वारा कृष्ण- सुदामा की मित्रता पर आधारित भी धार्मिक प्रस्तुति दी गई जिस पर उपस्थित दर्शकों द्वारा खूब तालियां बजाई गई।
जीवन में सफलता की राह दिखाती है गीता : जरावता
पटौदी के विधायक सत्यप्रकाश जरावता ने गीता महोत्सव के अवसर पर जिलावासियों को अपना शुभ संदेश देते हुए सभी को बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि गुरु द्रोण की पावन धरा पर यह आयोजन हमारी युवा शक्ति के लिए सद्मार्ग पर चलने का मार्ग प्रशस्त करता है। उन्होंने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता हमें जीवन में सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते रहने की नई प्रेरणा देता है। व्यक्ति के जीवन में अंधकार या कठिनाई होती है तो गीता हमें राह दिखाती है। गीता के छोटे से सार को पढ़ने के बाद हमारे जीवन के हर संशय को दूर किया जा सकता है। उन्होंने मंच से हरियाणा सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि मौजूदा सरकार ने प्रदेश में कानून व्यवस्था के साथ-साथ आमजन का शैक्षणिक तथा आध्यात्मिक विकास करने के साथ-साथ उनमें अच्छे संस्कार उत्पन्न करने का मार्ग प्रशस्त किया है। उन्होंने कहा कि आज विश्व भर में गीता जयंती महोत्सव की धूम है। उन्होंने कहा कि गीता के 700 श्लोकों में पूरे ब्रह्मांड , सृष्टि व जीवन का सार है ।
उन्होंने कहा कि इसमें कोई दोराय नही है कि संपूर्ण मानवता का ग्रंथ गीता में ही समाहित है। उन्होंने कहा कि भारत भगवान श्री कृष्ण की धरती है जो कर्म करने की राह दिखाती है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार आधारभूत ढांचागत विकास के साथ ही संस्कारों का समावेश हर वर्ग में कराने के लिए अपना दायित्व प्रभावी रूप से निभा रही है।उन्होंने जिलावासियों का आह्वïान किया कि वे अपने व्यस्त समय में से थोड़ा समय निकालकर अपने परिवार, रिश्तेदारों व मित्रों संग सिविल लाइन्स स्थित जिला परिषद हॉल परिसर में पहुचकर गीता जयंती महोत्सव में जरूर आएं।
– गीता से कर्म करने और आगे बढ़ने के मिलती है प्रेरणा- जिला परिषद सीईओ
महोत्सव में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनु ने कहा कि आजादी के आंदोलन में भी श्रीमद्भागवत गीता का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आजादी के आंदोलन में शामिल शहीदों ने गीता से कर्म करने और बढ़ने की प्रेरणा ली। आज भी हजारों वर्षों पुराना गीता का ज्ञान हमारे जीवन में प्रासंगिक है। हर व्यक्ति गीता पढ़ने के बाद कर्म योग की तरफ बढ़ता है। कर्म के माध्यम से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करना यही गीता का ज्ञान है। यह हमें नैतिकता के मार्ग पर लेकर जाती है। उन्होंने कहा कि हम महान स्वतंत्रता सेनानी राव तुलाराम जैसे वीर योद्धाओं के योगदान को कभी भुला नहीं सकते।
इस मौके पर सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के संयुक्त निदेशक एनसीआर रणबीर सिंह सांगवान ने अपने विचार रखते हुए गीता जयंती महोत्सव में आयोजित की जा रही गतिविधियों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भगवद्गीता का मानव जीवन के उद्धार में महत्वपूर्ण योगदान है और यह हमारे भारत की पहचान है। गीता की शिक्षाओं को हमें अपने अंतर्मन में धारण करना चाहिए।
इस मौके पर पटौदी के विधायक सत्यप्रकाश जरावता ने महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले प्रतिभागियों को अपने कर कमलों से स्मृति चिन्ह भी भेंट किए।