नई दिल्ली : मुंबई के 26/11 आतंकी हमले की पुनरावृत्ति ना हो उसके लिए भारतीय नौसेना अब तक की सबसे बड़ी एक्सरसाइज, ‘सी-विजिल 2022’ करने जा रही है. मंगलवार (15 नवंबर) से शुरू होने वाले इस दो दिवसीय युद्धाभ्यास में नौसेना के साथ साथ इंडियन कोस्टगार्ड, राज्यों की मरीन पुलिस, सीआईएसएफ, कस्टम और शिपिंग मंत्रालय भी हिस्सा ले रहे हैं. खास बात ये है कि ये एक्सरसाइज देश के साढ़े सात हजार (7516) किलोमीटर लंबे समुद्री-तट पर एक साथ की जाएगी.
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल के मुताबिक, सी-विजिल राष्ट्रीय स्तर की एक्सरसाइज है, जो देश के हर उस राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में आयोजित की जाएगी जिसकी सीमा समंदर से सटी हुई है. एक्सरसाइज समुद्री-तटों के साथ साथ समंदर में भारत के एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन (EEZ) में की जाएगी.
प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने कहा कि नौसेना के य़ुद्धपोत, कोस्टगार्ड की फास्ट पैट्रोल बोट्स और हेलीकॉप्टर सहित तटों की सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ, कस्टम विभाग, मरीन पुलिस शामिल होंगी. एक्सरसाइज में स्थानीय मछुआरें और तटों पर रहने वाले लोगों को भी शामिल किया जाएगा.
सी-विजिल एक्सरसाइज का ये तीसरा संस्करण है. साल 2018 में राष्ट्रीय स्तर पर कोस्टल डिफेंस एक्सरसाइज का प्लान तैयार किया गया था ताकि 26-11 हमले के बाद से समुद्री सीमाओं की सुरक्षा के लिए जो जरूरी कदम उठाए गए हैं, उनकों परखा जा सके. उसी कड़ी में सी-विजिल एक्सरसाइज की शुरूआत हुई. सी-विजिल युद्धाभ्यास को नौसेना की ट्रोपेक्स-एक्सरसाइज के साथ जोड़कर देखा जा रहा है. दो साल में एक बार भारतीय नौसेना समंदर में अपनी ऑपरेशन्ल-क्षमताओं को परखने के लिए थियेटर लेवल रेडीनेस ऑपरेशन्ल एक्सरसाइज (ट्रोपेक्स) करती है. सी-विजिल और ट्रोपेक्स को अगर जोड़ दिया जाए तो देश के पूरे मेरीटाइम सिक्योरिटी स्पेक्ट्रम के सामने जो चुनौतियां हैं उसे पूरा कवर कर सकता है.