रोहतक में खेल प्रशिक्षण का डिप्लोमा कोर्स : विजय गोयल

Font Size

21वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव-2017 का समापन

चण्डीगढ़ :  केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा हरियाणा के रोहतक में खेल प्रशिक्षण के डिप्लोमा कोर्स आरंभ किए जाएंगे। यह घोषणा युवा कार्यक्रम एवं खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  विजय गोयल ने आज रोहतक में 21वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव-2017 के समापन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री  मनोहर लाल के आग्रह पर की। इससे पहले इस तरह के कोर्स पटियाला में कराए जा रहे हैं।
समापन कार्यक्रम की सह-अध्यक्षता करते हुए श्री गोयल ने युवा महोत्सव में आए देश के युवाओं को अपने अनुभव पर आधारित सीख प्रदान करते हुए कहा कि यही उम्र है काम करने की, यही उम्र है करियर बनाने की और यही उम्र है मस्ती करने की। जीवन में सफल वह होता है जो इन तीनों में संतुलन बनाए रखता है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि खेलोगे तो खुलोगे। युवाओं को अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल देश और समाज को बेहतर बनाने में करना चाहिए। उनके कार्यक्रम जैसे डिजिटल इंडिया, स्टैंड अप-स्टार्ट अप इंडिया, मेक इन इंडिया, स्वच्छ भारत आदि युवाओं से शुरू होते है और युवाओं पर ही खत्म होते हैं। इस महोत्सव के दौरान आपको कैशलेस अर्थव्यवस्था-मोबाइल बैंकिंग आदि डिजिटल लेन-देन का प्रशिक्षण मिला होगा। ऐसे में अपने आस-पास देखिए और जनजागरण करें।
कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए केंद्रीय मंत्री ने हरियाणा सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री  मनोहर लाल के नेतृत्व में इस बार बेहतरीन आयोजन हुआ है। प्रधानमंत्री ने जब ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का आह्वान किया तो हरियाणा ने सबसे पहले इसे चरितार्थ कर दिखाया। मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक व्यवस्था को जवाबदेह और पारदर्शी बनाने के लिए सीएम सुशासन सहयोगी, ग्रामीण विकास के लिए तरूण आदि कार्यक्रम चलाए हैं। युवा महोत्सव का शुभंकर है लाडो जोकि हरियाणा में बेटी को कहा जाता है।

 

उन्होंने कहा कि देश की सेना में हर दसवां जवान, आपसी भाईचारा, दूध-दही का खाणा, आर्य समाज की धरती, साक्षी मलिक, फौगाट बहनें और कल्पना चावला आदि आज हरियाणा की खास पहचान हैं। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव में फूड फेस्टीवल, सांस्कृतिक कार्यक्रम बहुत अच्छे हैं। उन्होंने ‘कौन कहता है कि आसमान में छेद नहीं हो सकता, एक पत्थर तबियत से तो उछालो यार’ पंक्तियों का जिक्र करते हुए कहा कि आपमें से कोई नौजवान खेलों, सांस्कृतिक, राजनीति, शिक्षा आदि क्षेत्रों में आगे जा सकता है।

युवाओं के साथ मिलकर गाया, साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल

श्री विजय गोयल ने हरियाणा की माटी से जुड़ी अपनी यादों को साँझा करते हुए कहा कि मेरी जन्मभूमि सोनीपत जिला में खरखौदा के पास आनन्दपुर गाँव है। उन्होंने कहा कि मेरी दादी भजन सुनाती थी प्रेमी भरकर प्रेम के, ईश्वर के गुण गाया कर। इतना ही नहीं महोत्सव में आए युवाओं के साथ मिलकर उन्होंने दे दी हमें आज़ादी बिना खड्ग-बिना ढाल, साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल गाकर माहौल को जोशमय कर दिया।

You cannot copy content of this page