दो स्टालमेंट में जमा करने की मिलेगी अनुमति
चंडीगढ़ : दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बिजली बिलों का भुगतान दो चरणों में रियल टाइम ग्रोस सेटलमेंट (आरटीजीएस) या नेशनल इलैक्ट्रिॉनिक फण्ड्स ट्रांसफर (एनईएफटी) के माध्यम से स्वीकार करने का निर्णय लिया है।
निगम के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि 31 मार्च, 2017 तक प्रथम चरण में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 25,000 रुपये से अधिक के बिजली बिलों के सभी भुगतान केवल आरटीजीएस, एनईएफटी या आनलाइन पद्धति के माध्यम से ही स्वीकार किये जाएंगे। इसके लिए वर्तमान सीमा एक लाख रुपये है।
उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में पहली अप्रैल, 2017 से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 15,000 रुपये से अधिक के बिजली बिलों के सभी भुगतान केवल आरटीजीएस, एनईएफटी या आनलाइन पद्धति के माध्यम से ही स्वीकार किये जाएंगे। उन्होंने बताया कि नेट बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड जैसी ऑनलाइन पद्धति के माध्यम से किए गए भुगतान को इस प्रयोजन के लिए आरटीजीएस और एनईएफटी के समान माना जाएगा।