नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 29 जुलाई को गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (जीआईएफटी सिटी) का दौरा करेंगे, जो भारत का पहला अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) है।
इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल, केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह, केंद्रीय वित्त और कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण, केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री श्री पंकज चौधरी और डॉ. भागवत किशनराव कराड की गरियामयी उपस्थिति रहेगी।
अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (आईएफएससीए) की आधारशिला भी रखेंगे, जो देश में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्रों में वित्तीय उत्पादों, वित्तीय सेवाओं और वित्तीय संस्थानों के विकास और विनियमन के लिए एकीकृत नियामक है। आईएफएससीए के मुख्यालय भवन की एक प्रतिष्ठित संरचना के रूप में परिकल्पना की गई है। जो एक अग्रणी अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय केंद्र के रूप में जीआईएफटी-आईएफएससी की बढ़ती हुई प्रसिद्धि और प्रभाव को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री जीआईएफटी-आईएफएससी में भारत के पहले अंतर्राष्ट्रीय बुलियन एक्सचेंज, इंडिया इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज (आईआईबीएक्स) का शुभारंभ करेंगे। यह एक्सचेंज भारत में सोने के वित्तीयकरण को बढ़ावा देने के अलावा, जवाबदेह सोर्सिंग और गुणवत्ता के आश्वासन के साथ कुशल मूल्य खोज की सुविधा भी प्रदान करेगा। यह भारत को वैश्विक सर्राफा बाजार में अपना सही स्थान हासिल करने और अखंडता और गुणवत्ता के साथ वैश्विक मूल्य श्रृंखला की सेवा करने के लिए सशक्त बनाएगा। यह भारत को एक प्रमुख उपभोक्ता के रूप में वैश्विक सर्राफा बाजार की कीमतों को प्रभावित करने में सक्षम बनाने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि भी करता है।
प्रधानमंत्री एनएसई आईएफएससी-एसजीएक्स कनेक्ट का भी शुभारंभ करेंगे। इस कनेक्ट के तहत, सिंगापुर एक्सचेंज लिमिटेड (एसजीएक्स) के सदस्यों द्वारा दिए गए निफ्टी योगिको (डेरिवेटिव्ज़) पर सभी ऑर्डर का ‘एनएसई-आईएफएससी ऑर्डर मैचिंग और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म’ पर भेजकर मिलान किया जाएगा। यह कनेक्ट जीआईएफटी-आईएफएससी में डेरिवेटिव्ज़ बाजारों में तरलता को मजबूत बनाकर अधिक से अधिक अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभागियों को साथ लाएगा और जीआईएफटी-आईएफएससी में वित्तीय इको-सिस्टम पर सकारात्मक प्रभाव का भी सृजन करेगा। इस कनेक्ट के माध्यम से भारत और अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्रों से ब्रोकर-डीलरों द्वारा डेरिवेटिव्ज़ के व्यापार के लिए बड़ी संख्या में भाग लेने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान भी कई अन्य प्रमुख घोषणाएं की जाएंगी।