रेवाड़ी, 5 जून। देश का प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री बनने से बड़ा कार्य पत्रकार बनना है। पत्रकार को कभी भी भयभीत नहीं होना चाहिए व पत्रकार को किसी भी जाति से भेदभाव न कर पत्रकारिता के उच्चतम गुणों को स्थापित करना चाहिए। ये उद्गार आज अग्रवाल वैश्य समाज द्वारा आयोजित भारतेन्दु अलंकरण समारोह में बतौर मुख्यातिथि देश के विख्यात चिंतक व पत्रकार डॉ. वेद प्रताप वैदिक ने कहे। स्थानीय सोमाणी इंस्टीट्यूट में आयोजित पत्रकारों के इस भव्य सम्मान समारोह में प्रदेश के कोने-कोने से वैश्य पत्रकारों ने भागीदारी की। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा महाराज अग्रसैन व मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. वैदिक ने कहा कि वैश्य समाज ने हमेशा देना सीखा है लेना नहीं। देश में स्कूल, कॉलेज, मंदिर, धर्मशाला या अन्य कोई भी प्राकृतिक आपदा में मदद की बात हो अग्रवाल वैश्य समाज अग्रणीय रहा है। इसी प्रकार पत्रकारिता के क्षेत्र में भी वैश्य में अपनी अनूठी छाप छोड़ी है। उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र में पत्रकारिता का कार्य सार्वभौमिक व बहुआयामी है।
पत्रकार का कार्य मात्र घटनाओं का संकलन करना ही नहीं बल्कि समाज में फैली तमाम समस्याओं का अध्ययन कर उन्हें आगे लाना भी है। आयोजन के लिए अग्रवाल वैश्य समाज की प्रशंसा करते हुए डॉ. वैदिक ने कहा कि वैश्य समाज ने आजादी से पहले भी और आजादी के बाद से लेकर आज तक पत्रकारिता को देश में स्थापित करने और दिशा दिखाने का काम किया है। यही वजह है कि समाज की पत्रकारिता पर जनता का विश्वास कायम है। डॉ. वैदिक ने कहा कि मीडिया समाज को अनेक प्रकार से नेतृत्व प्रदान करता है। मीडिया समाज के विभिन्न वर्गों के हितों का रक्षक भी होता है। वह समाज की नीति, परंपराओं, मान्यताओं तथा सभ्यता एवं संस्कृति के प्रहरी के रूप में भी भूमिका निभाता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने कहा कि राजनैतिक स्तर पर वैश्य बंधु काफी कमजोर है। वे कलम तो चलाना जानते है मगर कलम की ताकत के साथ-साथ राजनैतिक भागेदारी भी बहुत जरूरी है। इस पर मंथन करने की आवश्यकता है। अपना संबोधन देते हुए कहा कि संगठन हो या राजनीतिक दल मीडिया के सहयोग के बिना हमेशा कमजोर स्थिति में रहा है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता कर रहे समाज के लोगों को और इस क्षेत्र में आने के इच्छुक तमाम युवाओं व बंधुओं को अग्रवाल वैश्य समाज इसी तरह प्रोत्साहित करता रहेंगा।
राष्ट्रीय नवचेतना मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय सोमाणी ने भी अपना संबोधन देते हुए कहा कि अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला वैश्य समाज को नई दिशा देने का कार्य कर रहे है जो बधाई के पात्र है। साथ ही उन्होने प्रदेशभर से आए पत्रकारों का स्वागत व अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि आज इतनी बड़ी संख्या में समाज के पत्रकार बंधुओं का रेवाड़ी पहुंचना ये दिखाता है कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ में हम कितनी मजबूती के साथ योगदान दे रहे हैं।
देश में पत्रकारिता को स्थापित करने वाले महापुरूषों के नाम पर दिए गए सम्मान
अग्रवाल वैश्य समाज की मीडिया कॉर्डिनेशन कमेटी के चेयरमैन हरिओम मित्तल भाली ने बताया समारोह में पहुंचे समस्त पत्रकार साथियों को सम्मानित किया गया है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम की विशेष रूप से चयनीत पांच वरिष्ठ पत्रकारों को महापुरूषों के नाम पर सम्मान दिए गए है। उन्होंने बताया कि इन महापुरूषों के नाम पर बनी श्रेणियों के तहत पत्रकार शैलेन्द्र जैन को लाला लाजपतराय पुरस्कार, पत्रकार राकेश मित्तल को जयशंकर प्रसाद अग्रवाल पुरस्कार, पत्रकार यादराम बंसल को बालमुकुंद गुप्त पुरस्कार, पत्रकार बिजेन्द्र बंसल को शिव प्रसाद गुप्त पुरस्कार, पत्रकार तरूण जैन को महात्मा गांधी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा कार्यक्रम में पहुंचे समस्त पत्रकार साथियों को भारतेन्दु सम्मान से सम्मानित किया गया। मुख्यातिथि प्रखर पत्रकार वेद प्रताप वैदिक एवं प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने अपने हाथों से इन सभी पत्रकार साथियों को सम्मान स्वरूप स्मृति चिंह देकर सम्मानित किया है।
ये रहें मौजूद-
इस मौके पर राजनीतिक चिंतक संतोष मंगल, उद्योगपति वासुदेव अग्रवाल फरीदाबाद, उद्योगपति अशोक सोमाणी, उपाध्यक्ष पवन अग्रवाल अम्बाला, उपाध्यक्ष बजरंगलाल अग्रवाल नारनौल, उपाध्यक्ष अमरनाथ गुप्ता पानीपत, वैश्य एक्सप्रैक्स के संपादक अभय जैन, प्रदेश मंत्री मुकेश बंसल, युवा प्रदेश अध्यक्ष नवदीप बंसल, महिला प्रदेश अध्यक्ष सुशीला सर्राफ, वेद प्रकाश जैन गोहाना, कार्यक्रम संयोजक सुमित गर्ग हिंदुस्तानी, प्रेम गर्ग रोहतक, बलराम गुप्ता दादरी, प्रवीण गुप्ता घरौडा, सुशील बिंदलीश कैथल, रवि गर्ग बधवानिया, संदीप नूनीवाला नारनौल, अनुज ऐरन हिसार, रवि गर्ग, तिलकराज गर्ग, राजेश सिंगला करनाल, सुशील बंसल फतेहाबाद, राजेन्द्र मित्तल रतिया सहित अनेक वैश्यजन उपस्थित रहें।