-मुख्यमंत्री भगवंत मान का एक और बड़ा फ़ैसला
-Punjab में कोई चाहे 5 बार विधायक बना हो या 10 बार, अब Pension एक ही मिलेगी
-कई विधायक सवा 5 लाख रुपये/महीने तक की ले रहे थे पेंशन
-करोड़ों रुपए बचाकर लोक कल्याण पर होंगे खर्च, युवाओं को रोज़गार मिलेगा
चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने फिर एक बड़ा फैसला लेकर आम लोगों में लोकप्रियता हासिल कर ली . उन्होंने घोषणा की है कि पंजाब में विधायकों को अब केवल एक बार की ही पेंशन मिलेगी. उन्होंने साफ कर दिया है कि इस राज्य में चाहे कोई भी हो विधायक दो बार बना हो या पांच बार या 10 बार उसे केवल एक बार की ही पेंशन मिलेगी. उन्होंने यह भी कहा है कि विधायकों के परिवारों को भी अलग-अलग प्रकार की सुविधाएं मिल रही है. अब पंजाब सरकार उनके परिवारों की पेंशन में भी कटौती करेगी।
इस फैसले का पंजाब की आम जनता में जबरदस्त सकारात्मक असर देखने को मिला है. मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि पिछले कई वर्षों में कई विधायक 2 से 7-7 बार निर्वाचित हुए हैं. उन्हें सरकार से हर बार की अलग-अलग पेंशन दी जा रही है .यह अव्यवहारिक है. उन्होंने कहा है कि अब सरकार उन्हें केवल एक बार निर्वाचित होने की ही पेंशन देगी. इससे सरकार को करोड़ों रुपए की बचत होगी. जिसका उपयोग जन कल्याण के लिए किया जाएगा।
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि उनका सर्वाधिक फोकस पंजाब में नौजवानों को रोजगार देने पर है. उन्होंने कहा कि जब बेरोजगार नौजवान नौकरियां मांगने जाते हैं तो पुलिस की लाठियां खानी पड़ती है. उनकी सरकार इस प्रकार का बदलाव लाना चाहती है जिससे किसी नौजवान को लाठी नहीं खानी पड़े. सरकार हर हाल में इस स्थिति को बदलने को प्रयासरत है।
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि पंजाब में कई विधायकों को साढ़े 3 लाख तो कुछ को साढ़े 4 लाख तो कई विधायकों को सवा ₹5 लाख प्रति माह की पेंशन दी जा रही है. यह सारा आर्थिक बोझ सरकारी खजाने पर पड़ रहा है.
उन्होंने खुलासा किया कि न केवल विधायक बल्कि कई सांसद भी अलग-अलग पेंशन ले रहे हैं . उनका कहना था कि कुछ विधायक बाद में सांसद बन गए तो उन्हें दोनों तरह से पेंशन मिलने लगी है.
उन्होंने साफ कर दिया कि अब इस पर रोक लगेगी जिससे सरकार 80 से 100 करोड़ रुपए तक बचा पाएगी.
उनका कहना था कि उन्हें उम्मीद है कि उनके इस फैसले का पंजाब की जनता भरपूर समर्थन करेगी.