बूस्टर डोज
नई दिल्ली : कोरोना संक्रमण में हो रही वृद्धि और नए वेरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बाद केंद्र सरकार की तरफ से वैक्सीनेशन को लेकर नई गाइडलाइंस जारी कर दी गई . विश्व स्वास्थ्य संगठन की और से पहले ही ओमिक्रोन वेरिएंट को वेरिएंट ऑफ कंसर्न कहा गया है.
वैज्ञानिक साक्ष्य, ग्लोबल प्रैक्टिस और नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑफ इम्यूनाइजेशन के साथ-साथ स्टैंडिंग टेक्निकल साइंटिफिक के सुझावों के बाद हेल्थ वर्कर, फ्रंट लाइन वर्कर और 60 साल के बाद की उम्र के लोगों के लिया बूस्टर डोज और बच्चों के लिए वैक्सीनेशन का फैसला लिया गया है. इसकी घोषणा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिन पूर्व की .
प्रधान मंत्री की घोषणा के अनुरूप 15-18 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों का कोविड-19 टीकाकरण 3 जनवरी 2022 से शुरू किया जाएगा. ऐसे लाभार्थियों के टीकाकरण में सिर्फ “कोवैक्सिन” ही दी जाएगी.
पीएम ने घोषणा की थी कि एहतियात के तौर पर उन स्वास्थ्य कर्मियों (HCW) और फ्रंट लाइन वर्कर्स (FLW) को जिन्हें दो डोज मिल चुकी हैं, उन्हें 10 जनवरी 2022 से कोविड-19 वैक्सीन की एक और डोज दी जाएगी. इनके लिए यह निर्धारित किया गया है कि ये डोज 9 महीने पूरे होने पर यानी दूसरी खुराक देने की तारीख से 39 सप्ताह पर दी जाएगी.
पीएम ने घोषणा की थी कि 60 साल और उससे ज्यादा उम्र के सभी व्यक्तियों को जिन्हें कॉमरेडिडिटीज है और जिन्होंने कोरोना की वैक्सीन की दो डोज ली हैं, उनको डॉक्टर की सलाह पर 10 जनवरी 2022 से प्रीकॉशन डोज दी जाएगी. इनको भी ये डोज 9 महीने पूरे होने पर ही यानी दूसरी खुराक देने की तारीख से 39 सप्ताह पूरे होने पर ही दी जा सकेगी.
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