हरियाणा में बनेगा एक्सपोर्ट प्रोमोशन ब्यूरो : डा. साकेत कुमार

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– गुरूग्राम में आयोजित दो दिवसीय राज्य स्तरीय वाणिज्य उत्सव में मुख्य अतिथि थे डा. साकेत
– डा. साकेत ने वाणिज्य उत्सव का शुभारंभ किया, निर्यातकों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का किया अवलोकन
– गुरूग्राम के सेक्टर 44 स्थित अपैरल हाउस में चल रहा दो दिवसीय वाणिज्य उत्सव
– हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य विभाग तथा अपैरल एक्सपोर्ट प्रोमोशन काउंसिल कर रहे उत्सव का आयोजन

गुरुग्राम, 21 सितंबर। निर्यात को बढावा देने के लिए हरियाणा में एक्सपोर्ट प्रोमोशन ब्यूरों की स्थापना की जाएगी जो निर्यातको को संस्थागत सहयोग देगा। इस बारे में जानकारी आज हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के महानिदेशक डा. साकेत कुमार ने गुरूग्राम के सैक्टर-44 स्थित अपैर्ल हाउस में आयोजित किए जा रहे दो दिवसीय ‘वाणिज्य उत्सव’ के शुभारंभ अवसर पर दी। यह राज्य स्तरीय वाणिज्य उत्सव प्रदेश के उद्योग एवं वाणिज्य विभाग तथा केंद्र सरकार के वस्त्र मंत्रालय के अधीन कार्यरत अपैरल एक्सपोर्ट प्रोमोशन काउंसिल द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत आयोजित किया जा रहा है। उत्सव के शुभारंभ अवसर पर डा. साकेत कुमार मुख्य अतिथि थे।

इस मौके पर उपस्थित निर्यातको को हरियाणा आने का न्यौता देते हुए डा. साकेत कुमार ने कहा कि हरियाणा में उद्यमियों और निर्यातको को ना केवल इंसेन्टिव दिए जा रहे हैं बल्कि बिजनेस का माहौल, लिंकेज तथा अन्य सरकारी सुविधाएं भी दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर जिलें में निर्यात को सुगम बनाने के लिए जिला स्तरीय एक्सपोर्ट प्रोमोशन कमेटी (डीएलईपीसी) बनाई गई है। इसी प्रकार सभी प्रकार के टेªड संबंधी विषयों जैसे लॉजिस्टिक्स, कृषि संबंधी निर्यात और सर्विस एक्सपोर्ट्स की समीक्षा के लिए राज्य स्तर पर भी टेªड प्रोमोशन कमेटी बनाई गई है।

उन्होंने एक प्रेजेंटेशन के माध्यम से हरियाणा में उद्यमियों तथा निर्यातको को दी जा रही सुविधाओं व इंसेंटिव के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2020-21 में 174572 करोड़ की एक्सपोर्ट वैल्यू के साथ हरियाणा तेजी से बढती इकोनोमी है। उन्होंने यह भी बताया कि हरियाणा से यूएसए, साउदी अरेबिया, यूके, जर्मनी, नेपाल आदि को एक्सपोर्ट अर्थात् निर्यात किया जा रहा है। प्रदेश के मुख्य निर्यातक जिलों मंे गुरूग्राम, पानीपत, करनाल, सोनीपत और फरीदाबाद शामिल हैं। इन जिलों से मुख्य रूप से चावल, रेडीमेड गारमेंट, हैंडलूम व हैंडिक्राफट, ऑटोमोबाइल व उसके कंपोनेंट, मैटल वेयर, मशीनरी व पुर्जे तथा दवा व फार्माश्युटिकल प्रोडक्ट निर्यात किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वीजन भारत को एक निर्यात उन्मुखी इकोनोमी बनाना है। डा. साकेत ने कार्यक्रम में उपस्थित निर्यातको से मुखातिब होते हुए आशा जताई कि आप जैसे निर्यातको के सहयोग से प्रधानमंत्री का यह वीजन अवश्य पूरा होगा। उन्होंने निर्यातको और उद्यमियों की कार्यकुशलता पर विश्वास जताते हुए कहा कि वे हरियाणा मैडिकल सर्विसिज कॉपोरेशन लिमिटिड के प्रबंध निदेशक भी हैं जिसके नाते जब कोरोना का प्रकोप शुरू हुआ तो उन्होंने प्रदेश के चिकित्सकों तथा मैडिकल स्टाफ के लिए पीपीई किट और एन95 मास्क खरीदना चाहा तो उस समय गुजरात की केवल एक फर्म पीपीई किट तथा मुंबई की एक फर्म एन 95 मास्क उपलब्ध करवाने को तैयार थी। उस समय कहा गया कि पीपीई किट तथा मास्क आयात करने पड़ेंगे लेकिन अक्तुबर में ही अपैरल एक्सपोर्ट प्रोमोशन काउंसिल के चेयरमैन पदमश्री डा. ए साक्थिवेल का समाचार पत्र में ब्यान आया कि हम अपनी जरूरत को पूरा करते हुए इन उत्पादों के निर्यात के लिए तैयार हैं। इसका मतलब साफ है कि हम किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए सक्षम हैं।

डा. साकेत ने दीप प्रज्जवलित करके उत्सव का शुभारंभ किया। इससे पहले उन्होंने अपैरल हाउस परिसर में विभिन्न औद्योगिक तथा निर्यातक इकाइयों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का फीता काटकर उद्घाटन किया और प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

इससे पहले अपने विचार रखते हुए वाणिज्य मंत्रालय से डायरेक्टर जनरल फोरन टेªड (डीजीएफटी) निदेशक अभिमन्यु शर्मा ने बताया कि भारत की 75 वर्षों की आर्थिक उन्नति को प्रदर्शित करने के लिए देश के सभी 739 जिलों मंे 21 से 26 सितंबर तक वाणिज्य सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत यह आयोजन हो रहा है और हरियाणा में गुरूग्राम में यह दो दिन का राज्य स्तरीय कार्यक्रम रखा गया है। श्री शर्मा ने भी हरियाणा की उद्यम तथा रोजगार नीति-2020 की सराहना करते हुए कहा कि यहां पर उद्योगों को फलने फूलने के लिए अच्छा वातावरण उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब केंद्र व राज्य स्तर पर डिजीटल ट्रांसफोर्मेशन हो रहा है तथा ईज ऑफ डुईंग बिजनेस में सभी राज्य एक-दूसरे से बेहतर करने का प्रयास कर रहे हैं। श्री शर्मा ने बताया कि भारत सरकार ने भी निर्यात को सुगम बनाने और ईज ऑफ डुईंग बिजनेस के तहत उद्यमियों तथा निर्यातको के लिए कई इंसेंटिव और स्कीम शुरू कर रखी हैं, जिनका फायदा सभी निर्यातको व उद्यमियों को अवश्य उठाना चाहिए। इसके साथ उन्होंने सुझाव दिया कि निर्यातको को ‘इंडियन टेªड पोर्टल‘ को अवश्य देखना चाहिए जहां पर उनके लिए बहुत सारी सूचनाएं उपलब्ध हैं।

अपैरल एक्सपोर्ट प्रोमोशन काउंसिल के चेयरमैन पदमश्री डा. ए साक्थिवेल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए वाणिज्य उत्सव के महत्व के बारे में बताया और कहा कि पिछले 74 वर्षो में श्री मोदी ही ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने निर्यातको की सभा को संबोधित किया जिसमें विभिन्न देशों के राजदूतो, भारत के कैबिनेट मंत्रियों तथा विभिन्न राज्यों के सचिवों ने भाग लिया। उसके बाद भारत के सभी राज्य अब निर्यात को बढावा देने में लग गए हैं। हरियाणा भी अपैरल, ऑटोमोबाइल, सॉफटवेयर, ऑटो पार्ट्स आदि का बड़ा निर्यातक है।

कार्यक्रम में अपैरल एक्सपोर्ट प्रोमोशन काउंसिल के महासचिव डा. एल बी सिंघल ने आए हुए सभी अतिथियों तथा एक्सपोर्टर्स का धन्यावाद ज्ञापित किया। शुभारंभ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डा. साकेत कुमार ने उद्यमियों तथा निर्यातको के साथ बातचीत भी की और उनके सवालो का जवाब दिया। इस मौके पर कुछ उद्यमियों व निर्यातको ने अपने विचार रखते हुए हरियाणा की उद्यम प्रोत्साहन नीति की सराहना की। इनमें सोनीपत के इंडोकैम हनी के मालिक अमित गुप्ता, निर्मल ओवरसीज लिमिटिड के राम कुमार अग्रवाल, आईएमटी मानेसर से पवन यादव शामिल थे। गुड़गांव इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के अध्यक्ष जे एन मंगला ने भी सुझाव दिए

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