गुरुग्राम के घरेलू गैस उपभोक्ता अब ऑनलाइन रिफिल के समय बदल सकेंगे अपनी गैस एजेंसी

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-गुरुग्राम के 7 लाख 65 हजार 522 उपभोक्ताओं को मिलेगा इस सुविधा का लाभ

गुरुग्राम,22जुलाई। जिला गुरुग्राम में रह रहे घरेलू गैस एलपीजी के उपभोक्ताओं के लिए एक अच्छी खबर है। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर मिलने वाली नई सुविधा के तहत जिला गुरुग्राम के 7 लाख 65 हजार 522 उपभोक्ता अगर अपने मौजूदा घरेलू गैस कंपनी के सर्विस प्रोवाइडर एजेंसी की सेवाओं से संतुष्ट नही है तो वे अपना सर्विस प्रोवाइडर बदल सकते है, लेकिन इसमें शर्त यह होगी कि उनको गैस कंपनी वही रखनी होगी जिस पर उनका कनेक्शन रजिस्टर्ड है।

जिला उपायुक्त डॉ यश गर्ग ने इस विषय में बताया कि भारत सरकार के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा घरेलू गैस कनेक्शन के पोर्टेबलिटी पायलट प्रोजेक्ट के प्रायोगिक चरण में चंडीगढ़, पुणे, कोयंबटूर व रांची सहित गुरुग्राम जिला को भी शामिल किया गया है। डॉ गर्ग ने बताया कि उपर्युक्त मंत्रालय ने एलपीजी उपलब्ध कराने वाली तीनों कंपनी नामतः इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड(इंडेन), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड(भारत) व हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड(एचपी) के सभी सेवा प्रदाताओं एजेंसियो के बीच सेवा की गुणवत्ता सुधारने व स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की शुरुआत के साथ ग्राहकों को इसका लाभ देने के मकसद से इस योजना का शुभारंभ किया है।

इस सुविधा की पूरी प्रक्रिया की जानकारी देते हुए जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी श्रीमती मोनिका मलिक ने बताया कि अभी जिला गुरुग्राम में इंडेन गैस के 4 लाख 36 हजार 713, भारत गैस के 2 लाख 4 हजार 602 व एचपी गैस के 1 लाख 24 हजार 207 उपभोक्ता हैं। इन सभी उपभोक्ताओं को 58 एजेंसियो से घरेलू एलपीजी गैस की सुविधा मिल रही है। पेट्रोलियम मंत्रालय द्वारा इस नई योजना के तहत यदि कोई उपभोक्ता अपनी मौजूद कंपनी के सर्विस प्रोवाइडर एजेंसी की सेवाओं से संतुष्ट नही है तो वह उसी कंपनी की दूसरी एजेंसी से अपना सिलिंडर रिफिल करवा सकता है।

श्रीमती मोनिका ने कहा कि नई व्यवस्था में गैस एजेंसी की भूमिका नही होगी। अब ग्राहक ऑनलाइन माध्यम से स्वंय तय कर सकता है कि उसे किस एजेंसी से सिलेंडर रिफिल करवाना है।

उन्होंने कहा कि भारत सरकार के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के प्रवक्ता अनुसार चूंकि गैस एजेंसी को नए ग्राहक जोड़ने में काफी खर्च वहन करना होता है, इसलिए अभी उपभोक्ताओं को केवल एजेंसी बदलने का ही विकल्प दिया गया है। यदि प्रयोग सफल रहा तो भविष्य में मोबाइल पोर्टेबलिटी की तर्ज पर ग्राहक अपनी रजिस्टर्ड गैस कंपनी भी बदल सकेंगे।

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