23/10/2020 का पंचांग/सप्तमी कालरात्रि देवी पूजन
भद्रा वास : पाताल लोक : धन-लाभ कारक
: सुबह 06:56 से 18:57 तक :
अग्नि वास : आकाश लोक : अशुभ
7+6+1=14 ÷ 4 = 2
राहुकाल : 10 : 41 — 12 : 05
अथ अभिजित मुहुर्त : 11 : 43 –12 : 28
श्री विक्रम संवत् : 2077
शाके : 1942
संवत् नाम : आनंद
मास : आश्विन
पक्ष : शुक्ल
तिथि : सप्तमी(06:56)
वार : शुक्रवार
नक्षत्र : उत्तराषाढा(25:27)
योग : धृति (25:20)
करण : वंणिज (06:56)
चंद्रराशि : धनु (07:01)मकर
संक्रांति : तुला
ऋतु : शरद
अयन : दक्षिणायन
गोल : दक्षिण
संदीप पराशर
सूर्योदय : 06 : 26 : 10 सूर्यास्त : 17 : 44 : 20
चंद्रोदय : 13 : 08 : 35
चंद्र नक्षत्र : पाया ताम्र
पद,अक्षर,नक्षत्र,समाप्ति समय
1 भे उत्तराषाढा 07:01:00
2 भो उत्तराषाढा 13:07:00
3 जा उत्तराषाढा 19:15:42
4 जी उत्तराषाढा 25:27:00
अथ चौघडिया मुहूर्त : दिवा
चर 06:28 – 07:53 शुभ
लाभ 07:53 – 09:17 शुभ
अमृत 09:17 – 10:41 शुभ
काल 10:41 – 12:05 अशुभ
शुभ 12:05 – 13:29 शुभ
रोग 13:29 – 14:54 अशुभ
उद्वेग 14:54 – 16:18 अशुभ
चर 16:18 – 17:42 शुभ
रात्रि
रोग 17:42 – 19:18 अशुभ
काल 19:18 – 20:54 अशुभ
लाभ 20:54 – 22:30 शुभ
उद्वेग 22:30 – 00 :06 अशुभ
शुभ 00 :06 – 01 :41 शुभ
अमृत 01 :41 – 03 :17 शुभ
चर 03 :17 – 04 :53 शुभ