नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज देश में पहली वर्चुअल रैली को संबोधित किया। उन्होंने बिहार की जनता को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए नरेंद मोदी सरकार की ओर से किये गए कार्यों का उल्लेख किया। उन्होंने दूसरे कार्यकाल के दौरान धारा 370 व 35 ए हटाने व ट्रिपल तलाक समाप्त करने के कानून व नागरिकता संशोधन कानून को देश हित में बताया।उन्होंने कहा कि किसान के फायदे में मोदी सरकार की ओर से खाद्य आपूर्ति अधिनियम को भी संशोधित करने का कदम उठाया गया। गृह मंत्री ने कहा कि देश के हर राज्य के विकास में बिहार के लोगों की मेहनत व पसीने की महक आती है। मोदी सरकार ने प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए। उन्होंने कहा कि अब तक लगभग सवा करोड़ प्रवासी श्रमिकों को उनके घर श्रमिक स्पेशल ट्रेन के माध्यम से पहुंचाया गया।
भाजपा ही नहीं देश की भी पहली डिजिटल रैली में श्री शाह ने कर्पूरी ठाकुर और और राम मनोहर लोहिया को भी याद किया। उन्होंने कहा कि बिहार की भूमि ने ही भ्रष्टाचार, परिवारवाद और वंशवाद के खिलाफ हमेशा लड़ाई लड़ी। उन्होंने कहा कि आज इस रैली के माध्यम से आपके सामने बात कर रहा हूं । कुछ लोगों ने अभी थाली बजाकर रैली का स्वागत किया है। मुझे अच्छा लगा कि मोदी जी की अपील को उन्होंने माना।
उन्होंने कहा कि मैं जगत प्रकाश नड्डा, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को बहुत-बहुत बधाई देता हूं कि उन्होंने 75 वर्चुअल रैली के माध्यम से देश भर की जनता से मंडल स्तर तक संपर्क करने का उन्होंने व्यवस्था प्रदान की है। ये राजनीतिक दल के गुणगान गाने की रैली नहीं है। ये रैली जनता को कोरोना के खिलाफ जंग में जोड़ने और उनके हौसले बुलंद करने के लिए है.
अमित शाह ने कहा कि आत्मविश्वास से भरपूर आत्मनिर्भर जगमगाता भारत बनाने के नरेंद्र मोदी के आह्वान के साथ देश की जनता को जोड़ने के प्रयास को भी कुछ वक्र दृष्टि वाले नेता राजनीतिक दृष्टि से देखना चाहते हैं । भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं के माध्यम से देश में 75 वर्चुअल रैलियों को आयोजित किया है। मुझे भरोसा है कि वर्चुअल रैली के माध्यम से न केवल भारतीय जनता पार्टी के करोड़ों कार्यकर्ता परंतु करोड़ों देश की जनता से संपर्क किया जाना संभव होगा।
गृह मंत्री ने कहा कि इस मंच के साथ जुड़ी सभी को मन पूर्वक प्रणाम करना चाहता हूं कि भारतीय जनता पार्टी के नेता नरेंद्र मोदी ने बिहार की जनता के सामने अपनी झोली फैला कर वोट मांगने आए मोदी जी को आपने वोटों से झोली भरकर पूर्ण बहुमत दोनों बार दिया। उन्होंने कहा कि मैं आज इस मंच से कहना चाहता हूं कि देश का कोई भी हिस्सा चाहे मुंबई, दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, कर्नाटक, तमिलनाडु हो, जो विकसित है इसकी नींव में जाएंगे तो मेरे बिहार के प्रवासी मजदूर के पसीने की महक आती है। देश का कोई भी कोना हो, उसके विकास की नींव में बिहार के व्यक्ति के पसीने की महक है। जो लोग उन्हें अपमानित करते हैं वो प्रवासी मजदूरों के जज्बे को नहीं समझते हैं.
अमित शाह ने कहा कि देश की 130 करोड़ जनता मोदी जी के साथ कोरोना की लड़ाई में चट्टान की तरह खड़ी है. कोरोना महामारी के बाद नरेन्द्र मोदी जी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा कि सभी जगह प्रवासी मजदूरों को सम्मान से रखा जाए और उनके लिए 11 हजार करोड़ रुपये राज्यों को दिए.जनता कर्फ्यू भारत के लोकतांत्रिक इतिहास के अंदर स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा कि देश के एक नेता की अपील पर कोई पुलिस बल प्रयोग किए बगैर पूरे देश ने घर के अंदर रहकर अपने नेता की अपील का सम्मान किया.चाहे उन्होंने थाली और घंटी बजाने को कहा, चाहे दीया जलाने को कहा, चाहे सेना के जवानों द्वारा आकाश से कोरोना वॉरियर्स पर फूल बरसाने की बात हो, ये सब मोदी जी की अपील ही थी. कुछ लोगों ने इसे राजनीतिक प्रोपेगेंडा कहा, मगर जो कह रहे हैं उनको ये मालूम नहीं है कि ये राजनीतिक प्रोपेगेंडा नहीं है बल्कि ये देश को एक बनाने की मुहिम है.
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आरसीईपी की चर्चा कांग्रेस शुरु करके गई थी। इसकी वजह से छोटे किसान, मछुवारे, छोटे कारोबारी, छोटे उद्योग ये सब तबाह हो जाते। मोदी जी ने छोटे किसानों, छोटे व्यापारियों के हित में दृढ़ता से फैसला लेते हुए आरसीईपी समझौते से भारत को अलग कर लिया. उन्होंने याद दिलाया कि राहुल गांधी हमेशा कहते थे कि किसानों का कर्ज माफ करो। 10 साल उनकी सरकार रही थी, तो वो दावा करते हैं कि करीब 3 करोड़ किसानों का 60 हजार करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया. नरेन्द्र मोदी जी ने किसान सम्मान निधि के माध्यम से 9.5 करोड़ किसानों के बैंक खाते में 72,000 करोड़ रुपये हर साल डालने की व्यवस्था की.
भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शाह ने बिहार के लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जब मोदी जी ने पहली बार संसद के अंदर कहा कि मेरी सरकार गरीबों, दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों के लिए काम करेगी तब कुछ लोगों ने इंदिरा गांधी जी को क्वोट करके कहा था कि इंदिरा जी भी गरीबी हटाओं की बात करती थीं, इंदिरा जी चली गई और गरीबी वहीं की वहीं रह गई.तब उनको मालूम नहीं था कि भाजपा नेता नरेन्द्र मोदी जी के बोले हुए वचन हैं, वो जो बोलते हैं, वो करते हैं . उन्होंने भाजपा शासनकाल में आवास, बिजली, बैंक खाते, स्वास्थ्य सेवाएं, गैस सिलेंडर, शौचालय, सभी मोदी सरकार 2014-2019 तक के कार्यकाल में ही देने की बात की । 2019 में जल शक्ति मंत्रालय गठित कर देश के 25 करोड़ लोगों के घर में नल से शुद्ध जल पहुंचाने की योजना शुरु करने का भी जिक्र किया .
उन्होंने कहा कि मोदी जी ने छह साल के अंदर करोड़ों गरीबों के जीवन में प्रकाश लाने का एक प्रयास किया है जिसका सबसे बड़ा फायदा अगर किसी को हुआ है तो वो मेरे पूर्वी भारत के लोगों को हुआ. 2014 में मोदी जी ने कहा था कि भारत का विकास जो अब तक चला उसमें पश्चिमी भारत और पूर्वी भारत के विकास में बहुत बड़ा अंतर है. उन्होंने यहाँ कहते हुए कांग्रेस पर आरोप लगाया कि के समय जीडीपी के अंदर पूर्वी भारत का योगदान बहुत ज्यादा होता था, परंतु आजादी के बाद से जिस प्रकार से सरकारें चली उन्होंने पूर्वी भारत के विकास से मुंह मोड़ लिया था और परिणाम ये आया कि पूर्वी भारत पिछड़ता गया.
उन्होंने डिजिटल रैली के बारे में विपक्ष के सवाल पर कहा कि जो वक्रदृष्टा लोग इसमें भी राजनीति देखते हैं, उन्हें मैं कहता हूं कि किसने उन्हें रोका है, दिल्ली में बैठकर मौज करने की जगह, दिल्ली से लेकर पटना और दरभंगा की जनता को जोड़ने के लिए एक वर्चुअल रैली ही कर लेते.इस रैली का चुनाव से कोई संबंध नहीं है। भाजपा लोकतंत्र में विश्वास रखती है। जनसंवाद में विश्वास रखती है। कोरोना संकट में हम जन संपर्क के अपने संस्कार को भुला नहीं सकते.